इंदौर। इंदौर में बीते एक माह से रूसी नागरिक ने लसूड़िया पुलिस थाने के साथ ही कई पुलिस अफसरों से मारपीट की शिकायत की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. रूसी नागरिक ने मंगलवार को डीसीपी अभिनव विश्वकर्मा को आपबीती सुनाई. डीपीसी के आदेश पर लसूड़िया पुलिस थाना पुलिस सक्रिय हुई और केस दर्ज किया गया. अब पुलिस मारपीट व धोखाधड़ी के मामले की जांच करने में जुट गई है.
निजी कंपनी के कर्मचारियों ने डीसीपी को सुनाई आपबीती
मामले के अनुसार लसूडिया क्षेत्र में संचालित एक निजी कंपनी के कर्मचारी मंगलवार को पुलिस कमिश्नर कार्यालय अपनी शिकायत लेकर पहुंचे. उन्होंने बताया कि क्षेत्र में संचालित कंपनी के संचालक द्वारा उन्हें बंधक बनाकर रखा जाता है. उनका मोबाइल और लैपटॉप भी जब्त कर लिया है. काम नहीं करने पर उन्हें धमकियां भी दी जाती है. कर्मचारियों ने शिकायत संबंधी ज्ञापन पुलिस कमिश्नर कार्यालय को सौंपा. इसके बाद डीसीपी अभिनय विश्वकर्मा ने तुरंत कार्रवाई करने के लिए लसुड़िया थाना प्रभारी को आदेश दिया.
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रूसी नागरिक की पत्नी ने जारी किया वीडियो
फरियादी गौरव रावल का कहना है "वह मूल रूप से रूस के रहने वाले हैं लेकिन इंदौर में किसी काम के चलते आए हुए थे. फैक्ट्री संचालक द्वारा द्वारा उनके साथ अभद्रता कर डराया धमकाया गया और मारपीट की गई." इसकी शिकायत पिछले दिनों उन्होंने लसूडिया पुलिस थाने में की थी. अभी तक कार्रवाई नहीं हुई. आज ज्ञापन सौंपने के बाद अब कार्रवाई की जा रही है. वहीं, रूसी नागरिक की पत्नी ने भी वीडियो जारी कर पुलिस से कार्रवाई करने की मांग की है. इस ममले में डीसीपी अभिनव विश्वकर्मा का कहना है "शिकायत के आधार पर कार्रवाई करने के आदेश लसूड़िया पुलिस थाने को दिए हैं."