शिमला: हिमाचल में साल 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 18 से 59 साल की सभी महिलाओं को हर महीने 1500 रुपए मासिक पेंशन देने का वादा किया था. चुनाव में कांग्रेस ने 40 सीटें जीती थी. इसके बाद सुक्खू सरकार ने लोकसभा और विधानसभा की छह सीटों के लिए उपचुनाव को देखते हुए 13 मार्च को प्रदेश भर की महिलाओं को 1500 मासिक पेंशन देने की तय शर्तों के अधिसूचना जारी कर थी, जिसके ठीक तीन दिन बाद यानी 16 मार्च को देशभर में लोकसभा चुनाव के साथ ही हिमाचल में खाली हुई विधानसभा की 6 सीटों पर उपचुनाव का ऐलान हो गया.
सरकार ने अधिसूचना जारी होने और चुनाव का ऐलान होने के बीच में इंदिरा गांधी प्यारी बहना योजना के तहत आवेदन करने वाली सिर्फ 28,249 महिलाओं के खाते में ही अप्रैल से जून महीने तक के 4500 रुपए डाले गए थे, जिसके बाद अब तीन महीने और बीत चुके हैं, लेकिन प्रदेश भर में अभी तक एक भी महिला के खाते में अगले तीन महीने की किस्त नहीं आई है, जिससे महिलाओं में सरकार के खिलाफ भारी रोष है.
अब नई शर्त पर ही मिलेंगे 1500 रुपए
प्रदेश आर्थिक तंगी से जूझ रही सुक्खू सरकार ने महिलाओं को 1500 मासिक पेंशन देने के लिए बड़ी शर्त लगा दी है. हालांकि विधानसभा चुनाव के समय कांग्रेस ने परिवार की हर महिला को 1500 रुपए मासिक पेंशन देने का वादा किया था, लेकिन सत्ता में आने के बाद प्रदेश सरकार ने इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना के तहत हर महीने 1500 रुपए देने की योजना को लेकर एक नई शर्त जोड़ी है, जिस पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग मंत्री डॉ. धनीराम शांडिल ने विधानसभा सदन में कह है कि "योजना में कंडीशन है कि परिवार में एक ही सदस्य को पेंशन मिलेगी".
इतनी लाख महिलाओं ने किया आवेदन
हिमाचल में इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना के तहत 31 जुलाई 2024 तक 7,88,784 महिलाएं आवेदन कर चुकी हैं, जो एक निरंतर प्रक्रिया है. ऐसे में आने वाले समय में फॉर्म जमा करने वाली महिलाओं की संख्या अभी और बढ़ सकती है. सरकार ने पात्र महिलाओं को इस योजना के लाभ देने के लिए वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 22.84 करोड़ की राशि का प्रावधान किया है, जिसके तहत अब तक प्रदेश में सिर्फ 28,249 महिलाओं को अप्रैल से जून महीने तक की पेंशन खाते में डाली गई है. अभी इन महिलाओं के खाते में जुलाई से 1500 की पेंशन क्रेडिट नहीं हुई है.