नूंह: जिले के तावडू क्षेत्र के गांव ग्वारका सीमा पर स्थित हरिद्वार लाल गोयल राजकीय महाविद्यालय में बंदरों का कब्जा है. जिनके आतंक से कॉलेज प्रबंधन के साथ-साथ छात्र-छात्राएं भी बेहद भयभीत है. मंगलवार को बंदरों की एक टोली के हमले से डरकर भाग रही तीन छात्राओं में से एक दूसरी मंजिल से गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गई. छात्रा का एक पैर फ्रैक्चर हो गया, जो फिलहाल भिवाड़ी के एक निजी अस्पताल में उपचारधीन है.
2 माह पहले भी बंदरों ने किया था हमला : पिछले दो महीनों में छात्राओं पर यह बंदरों का दूसरा हमला है. इससे पहले गत अगस्त माह में भी बंदरों की एक टोली के हमले से तीन छात्राएं घायल हो गई थीं. पीड़िता छात्रा खुशबू के पिता यादराम उर्फ बिल्लू निवासी गुरनावट ने बताया कि बेटी तावडू के हरिद्वार लाल गोयल राजकीय महाविद्यालय में सेकंड ईयर की छात्रा है. मंगलवार दोपहर को जैसे ही साथी छात्राओं के साथ क्लास रूम से बाहर निकली तो हिंसक बंदरों की एक टोली ने हमला कर दिया. डरकर तीनों छात्राएं अलग-अलग दिशाओं में भागी. जबकि बेटी खुशबू दूसरी मंजिल पर छज्जे की ओर भागते हुए अचानक असंतुलित होकर नीचे गिर गई, जिससे उसका पैर टूट गया.
क्लासरूम का दरवाजा बंद कर चलाई जाती है कक्षाएं : कॉलेज प्रबंधन से मिली जानकारी के मुताबिक बंदरों की टोली के कारण दरवाजा बंद कर बच्चों को पढ़ाना पड़ रहा है. थोड़ी सी चूक होते ही बंदरों की टोली कक्षाओं में घुस जाती है, जो पढ़ते हुए छात्र-छात्राओं पर हमला बोल देती है. इसको लेकर कई बार अधिकारियों को लिखित शिकायत दी गई, लेकिन समाधान नहीं हुआ. फिलहाल बंदरों के आतंक और हमले से पूरा कॉलेज प्रबंधन और विद्यार्थी भयभीत है. इस संदर्भ में तावडू एसडीएम संजीव कुमार ने मामले को गंभीर मानते हुए कहा कि यह मामला उनके संज्ञान में है. जल्द ही कॉलेज परिसर को बन्दर मुक्त किया जाएगा. जिन्हें पकड़ने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा.
इसे भी पढ़ें : नूंह : चांदडाका का सरपंच पदमुक्त, पंचायत की जमीन पर अवैध कब्जे का था आरोप