बदायूं : बदायूं लोकसभा सीट पर मतदान से पहले सपा और भाजपा प्रत्याशियों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है. रविवार को सपा नेता शिवपाल यादव ने इस सीट से प्रत्याशी बेटे आदित्य यादव के साथ जिलाधिकारी से मुलाकात की थी. आरोप लगाया था कि भाजपा के दवाब में जनपद की पुलिस ने उनके 40 कार्यकर्ताओं को थाने में बैठा लिया है. उन पर भाजपा के पक्ष में वोट करने का दवाब बनाया जा रहा है. इसके बाद शिवपाल यादव का एक वीडियो भी सामने आया. इसमें वह पुलिस इंस्पेक्टर से नाराजगी जताते नजर आए.
इसके बाद भाजपा प्रत्याशी दुर्विजय सिंह शाक्य ने प्रेक्षक से मिलकर सपा नेता शिवपाल सिंह यादव की शिकायत की. इसके बाद शिवपाल यादव ने एक प्रेस कांफ्रेंस कर जिले के कई थानाध्यक्षों पर भाजपा के इशारे पर काम करने और अपने कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया. शिवपाल यादव ने अपने कार्यकर्ता को मीडिया के सामने भी पेश किया और आरोप लगाया कि पुलिस ने 4 घंटे से अधिक समय तक उनको थाने पर बैठाए रखा.
इन सब के बीच बीएसपी जिलाध्यक्ष ने एक निजी चैनल पर चली खबर को लेकर शिवपाल सिंह यादव पर मुकदमा दर्ज करवा दिया है. बसपा जिलाध्यक्ष आरपी त्यागी ने दर्ज कराए मामले में लिखा है कि शिवपाल ने हार के डर से बसपा प्रमुख पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के लिए एक सभा में अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया. थाना सिविल लाइन में मामले में मुकदमा लिखा गया है.
बदायूं में तीसरे चरण में 7 मई को वोटिंग होनी है. चुनाव प्रचार समाप्त होने के बाद तीनों ओर से आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है, एक और जहां शिवपाल यादव पर अपने बेटे आदित्य यादव को जिताने का दवाब है, वहीं भाजपा पर अपनी सीट बरकरार रखने का दवाब है. इस सब के बीच बीएसपी भी अपनी उपस्थिति दर्ज करवाना चाहती है. बदायूं में तीनों पार्टियों के मोर्चाबंदी से यह तीसरे चरण की हाईप्रोफाइल सीट बन गई है.
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