करनाल: हरियाणा में पिछले कुछ दिनों में फायरिंग करके फिरौती मांगने के कई मामले सामने आ चुके हैं. लेकिन इस बीच एक फिरौती का एक ऐसा फर्जी मामला सामने आया है जिसे सुनकर आप हैरान रह जायेंगे. करनाल मे पुराने बस स्टैंड के पीछे ओपेरा नाम से इमीग्रेशन सेंटर चलाने वाले मालिक अमनदीप ने बंदूक का लाइसेंस लेने के लिए अपने खुद के सेंटर और गाड़ी के ऊपर कई राउंड फायरिंग करवा ली. इतना ही नहीं उसने पूरा जाल बिछाकर विदेशी नंबर से अपने नंबर पर एक करोड़ रुपए फिरौती देने के लिए फोन भी करवा लिया. इस मामले में एसटीएफ करनाल ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
बंदूक के लाइसेंस के लिए कराई फायरिंग
करनाल एसटीएफ प्रभारी देवेंद्र राणा ने बताया कि 23 जून को अमनदीप नाम के व्यक्ति के इमीग्रेशन इंस्टिट्यूट पर फायरिंग की गईं थी और एक करोड़ की फिरौती मांगी गई थी. इस मामले में शिकायतकर्ता के साथ अन्य 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. जिसमें उन्होंने पूछताछ में बताया कि ये फायरिंग इसलिए कराई ताकि उसकी बंदूक का लाइसेंस बन सके. ये सब प्लान उन्होंने विदेश में बैठे हुए अपने एक दोस्त के साथ मिलकर बनाया था ताकि उसको जल्दी बंदूक का लाइसेंस मिल जाए. क्योंकि इस घटना के बाद वो ये दिखा सकता था कि उसकी जान को खतरा है.
शामली से हायर किए शूटर
एसटीएफ करनाल ने बताया कि अमनदीप ने इस पूरे मामले को अंजाम देने के लिए उत्तर प्रदेश के शामली जिले से पांच शूटर को डेढ़ लाख रुपए में हायर किया था, जो उत्तर प्रदेश से कार में बैठकर करनाल आए थे. उसके इमीग्रेशन सेंटर से कुछ दूरी पर वो कार में खड़े हो गए. उन्होंने उनको एक बाइक उपलब्ध कराई जहां से गाड़ी से निकलकर दो युवक बाइक पर बैठकर उसके इमीग्रेशन सेंटर के बाहर आए.
विदेश से दोस्त ने मांगी फिरौती
करनाल एसटीएफ के मुताबिक अमनदीप की गाड़ी और सेंटर पर 5 से 6 राउंड फायरिंग की थी. उसके बाद फोन पर एक कॉल विदेशी नंबर से आया. जिसमें फोन करने वाले ने बोला कि एक करोड़ रुपए दे दो वरना जान से मार दिया जायेगा. मामला फिरौती से जुड़ा होने के चलते सिविल लाइन थाने में मामला दर्ज करके एसटीएफ को ट्रांसफर किया गया. जहां पर पुलिस ने इस मामले में मंगलौर पुलिस चौकी के पास से उत्तर प्रदेश के तीन शूटर को गिरफ्तार किया. जब उनसे पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि मालिक ने ही हमसे यह सब करने के लिए बोला था. जब बाद में मालिक को गिरफ्तार किया गया तो उसने सारी बात कबूल कर ली.
फिरौती मांगने वाले ने खुद को बताया गोल्डी बराड़ का भाई
दीपेंद्र राणा ने बताया कि विदेश से एक करोड रुपए की फिरौती मांगने वाला आरोपी अमनदीप का दोस्त है, जो अपने को गैंगस्टर गोल्डी बराड़ का छोटा भाई बता रहा था. पुलिस ने शिकायतकर्ता के साथ ही अन्य लोगों को गिरफ्तार कर लिया. दो लोग अभी फरार चल रहे हैं, जिनको जल्द गिरफ्तार किया जाएगा. पुलिस ने उनके पास से गाड़ी, बाइक और एक पिस्टल भी बरामद की है.