नूंह: हरियाणा के नूंह में अवैध खनन के साथ-साथ गुंडा गर्दी और ओवरलोडिंग का धंधा जोरो-शोरों से चल रहा है. खबर है कि बीवां मार्ग स्थित दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे के नीचे इस समय खनन सामग्री ढोने वाले वाहनों से गुंडा टैक्स यानी अवैध वसूली का कारोबार दिनदहाड़े किया जा रहा है. इलाके के लोकल बाइक सवार, फोर व्हीलर चालक लगातार ऐसी अवैध वसूली देख दंग रह जाते हैं कि इन लोगों के हौसले कितने बुलंद है. जिनको पुलिस प्रशासन का जरा भी खौफ नहीं है. सामाजिक संगठन से जुड़े लोग भी डंपरों-ट्रैक्टरों से वसूली कर रहे इन दबंग किस्म के लोगों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
बेखौफ होकर दौड़ते हैं खनन माफियाओं के वाहन: जानकारी के मुताबिक, दिल्ली-मुंबई वडोदरा एक्सप्रेस वे बनने के बाद ओवरलोड वाहनों की पहली पसंद यह एक्सप्रेस-वे बन गया है. जिसके चलते यहां टोल संचालकों को मोटा मुनाफा हो रहा है. वहीं, ओवरलोड वाहन बिना किसी डर के दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे पर दौड़ लगाते हुए देखे जा सकते हैं. अवैध वसूली करते हुए गुरुवार को दिनदहाड़े दोपहर इस बाबत वहां देखा गया तो कुछ लोगों द्वारा हाथों में लंबे-लंबे डंडे लिए डंपरों को जबरन रोका जा रहा था.
अवैध वसूली का धंधा सरेआम: इस दौरान उन युवकों में से कुछ युवकों द्वारा डंपरों की ऊपर से फोटो ली जा रही थी कि इनमें कितना माल है. जबकि 2 दिन पूर्व भी स्थानीय पुलिस को इस बाबत सारी जानकारी मीडिया कर्मियों द्वारा दी गई थी. उसके बावजूद भी अवैध रूप से नाका लगाकर वाहनों को रोकने का और उगाही करने का कारोबार खुलेआम किया जा रहा है. इस बारे में थाना प्रबंधक अमन सिंह ने कहा उन्हें इस संबंध में कोई जानकारी है. यदि ऐसा है तो उसकी जांच करवाई जाएगी.
दुर्घटनाओं में हो रहा इजाफा: टोल प्लाजा वाले भी केवल टोल वसूलने में जुटे हुए हैं. ओवरलोड रोकने में कोई ध्यान नहीं है. दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे पर टोल का संचालन करने वाले कर्मचारी और मालिकों द्वारा केवल टोल वसूलने का ही कारोबार किया जा रहा है. जबकि ओवरलोड वाहनों पर कोई अंकुश नहीं लगाया जा रहा है. जिसके चलते लगातार दिल्ली-मुंबई वडोदरा एक्सप्रेसवे पर दुर्घटनाओं को बढ़ावा मिलने के साथ-साथ करोड़ों रुपये की लागत से बना दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे रोड क्षतिग्रस्त हो रहा है. प्रशासन द्वारा भी इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है.
पुलिस ने इन सभी मुद्दों को नकारा: वहीं, मीडिया द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए पुलिस कप्तान ने कहा कि इनफॉर्मर और अन्य लोगों द्वारा गत 6/7 दिनों की सारी गतिविधि की जानकारी ओवरलोड, अवैध वसूली और खनन को लेकर ली जा रही है. हैरानी की बात यह है कि पुलिस का कहना है कि इस तरह का कोई मामला सामने ही नहीं आया है. अगर सामने आएगा तो निश्चित ही कड़ी कार्रवाई की जाएगी. हालांकि पुलिस चाहे इस बात से किनारा कर ले. लेकिन यहां खाकी से बेखौफ दबंगों पर कार्रवाई करना पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती है.