शिमला: हिमाचल प्रदेश कैडर के एक और आईएएस अफसर को प्रधानमंत्री कार्यालय यानी पीएमओ में नई जिम्मेदारी मिली है. वर्ष 1997 कैडर के आईएएस अफसर सुभाशीष पांडा पीएमओ में एडिशनल सेक्रेटरी का पदभार संभालेंगे. पांडा अभी डीडीए यानी दिल्ली विकास प्राधिकरण में वाइस चेयरमैन का कार्यभार देख रहे थे. कैबिनेट की अप्वाइंटमेंट कमेटी ने उनकी नियुक्ति के आदेश जारी कर दिए हैं. उनके साथ दो अन्य आईएएस अफसर भी पीएमओ में नियुक्त किए गए हैं.
उनमें ओडिशा कैडर के वर्ष 2011 बैच के अधिकारी रघु जी व एमपी कैडर के वर्ष 2012 बैच के अधिकारी चंद्र मोहन ठाकुर का नाम शामिल है. इन्हें पीएमओ में डिप्टी सेक्रेटरी के पद पर नियुक्ति मिली है. सुभाशीष पांडा हिमाचल कैडर के आईएएस अधिकारी हैं. वे पूर्व की जयराम सरकार में पर्यटन विभाग सहित लोक निर्माण विभाग के प्रधान सचिव का पदभार संभाल चुके हैं. वे सीएम कार्यालय में प्रधान सचिव भी रहे हैं. पांडा एम्स दिल्ली में डिप्टी डायरेक्टर भी रहे हैं. सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार के समय सुभाशीष पांडा सेंट्रल डेपुटेशन पर चले गए थे. वे राज्य सरकार में प्रधान सचिव स्तर के प्रशासनिक अधिकारी थे.
तरुण कपूर भी पीएमओ में: हिमाचल कैडर के रिटायर्ड आईएएस अधिकारी तरुण कपूर पीएमओ में बड़ी जिम्मेदारी निभा रहे हैं. कपूर पीएम नरेंद्र मोदी के एनर्जी सेक्टर के ड्रीम प्रोजेक्ट्स को सिरे चढ़ाने में मदद कर रहे हैं. वर्ष 1987 बैच के आईएएस अधिकारी तरुण कपूर पीएमओ में सलाहकार हैं और सोलर एनर्जी का कार्यभार देख रहे हैं. इससे पहले भी पीएम नरेंद्र मोदी ने हिमाचल के टैलेंट पर भरोसा जताया है. हिमाचल से संबंध रखने वाले विख्यात डॉक्टर रणदीप गुलेरिया लंबे समय तक एम्स के निदेशक रहे.
इसी तरह नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. जगतराम को पीएमओ ने पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ के निदेशक की कमान सौंपी थी. पीजीआई के निदेशक का चयन केंद्र सरकार की कैबिनेट कमेटी करती है. इसी प्रकार हिमाचल के विख्यात बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. विनोद पाल नीति आयोग में सदस्य हैं. वे कोरोना के खिलाफ लड़ाई का ब्लू प्रिंट बनाने वाली टीम के मुखिया थे. हिमाचल कैडर के सीनियर आईएएस अधिकारी अजय मित्तल कार्मिक मंत्रालय में सचिव रहे हैं. इसी प्रकार एक अन्य आईएएस अधिकारी अजय त्यागी सेबी के चेयरमैन रहे हैं. सुभाशीष पांडा इसी कड़ी में नया नाम हैं.