रायपुर: मार्च का महीना बीत रहा है. अप्रैल की दस्तक के साथ ही गर्मी और तेज हो जाएगी. सूर्य की तेज किरणों की वजह से त्वचा झुलस भी सकती है. गर्मी के दिनों में धूप से होने वाली एलर्जी के मरीजों की संख्या भी बढ़ जाती है. ऐसे में गर्मी के दिनों में त्वचा का खास ख्याल रखना चाहिए.
मेकाहारा चर्म रोग विभागाध्यक्ष डॉ मृत्युंजय कुमार सिंह ने बताया कि "गर्मी के मौसम में नमी और उमस बनी रहती है. जिसके कारण इसका सीधा इफेक्ट त्वचा पर पड़ता है. इससे दाद, खाज, खुजली और घमौरी की समस्या बढ़ जाती है. नमी, उमस और चिपचिपापन के कारण फोड़े फुंसी स्किन पर देखने को मिलते हैं.
गर्मी के दिनों में आमतौर पर एलर्जी के मरीजों में इस तरह की समस्या देखने को मिलती है. ऐसे में बचने के लिए शरीर को पूरी तरह से कपड़े से ढंकना चाहिए. धूप से बचने के लिए चश्मे का इस्तेमाल करना चाहिए. हेलमेट पहनना चाहिए. ग्लव्स लगाकर चलना चाहिए. -डॉ मृत्युंजय कुमार सिंह, विभागाध्यक्ष, मेकाहारा चर्म रोग
गर्मी के दिनों में इन बातों का खास ख्याल रखें: अगर आपको अगर तेज धूप में निकलना जरूरी है तो सनस्क्रीन का इस्तेमाल कर सकते हैं, जिससे धूप से थोड़ा बचा हो सकता है. स्किन संबंधी समस्या से बचने के लिए नहाने के तुरंत बाद शरीर को अच्छे से ड्राइ कर लेना चाहिए. गर्मी के दिनों में ढीले ढाले और कॉटन बेस कपड़े पहनकर बाहर निकलें. सिंथेटिक और टाइट कपड़े बिल्कुल भी ना पहनें. साफ स्वच्छ और धुले हुए कपड़े का ही इस्तेमाल करें. उमस और चिपचिपापन ज्यादा लगता है तो गर्मी के दिनों में दो बार नहा सकते हैं. अगर जरूरी काम ना हो तो सुबह 10 से शाम 4 के बीच तेज गर्मी के दौरान बाहर न निकलें.