बदायूं : जिले में दो बच्चों के विवाद में एक पक्ष ने दूसरे के घर में आग लगा दी. इस मामले में पुलिस पर कोई कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए हिंदू संगठन के सदस्यों ने हंगामा किया. आरोप लगाया कि पुलिस ने दबाव के बाद मुकदमा तो दर्ज किया लेकिन आरोपी को छोड़ दिया गया. कहा कि परिवार को पलायन के लिए मजबूर किया जा रहा है.
घटना हरैया थाना क्षेत्र की है. पीड़ित पक्ष का कहना है कि उनके घर का बच्चा खेल रहा था, तभी गेंद आरोपी के पैर में लग गई. इसका उलाहना लेकर वह घर आया और धमकी देने लगा. इसके एक हफ्ते बाद ही आरोपी 18 मार्च की देर रात ज्वलनशील पदार्थ लेकर आया और छप्पर में आग लगा दी. इस दौरान पीड़ित का परिवार सो रहा था. पीड़ित पक्ष ने किसी तरह अपनी जान बचाई.
स्थानीय पुलिस ने दो दिन तक कोई एक्शन नहीं लिया. इतना ही नहीं, पीड़ित परिवार के मुखिया ने आरोपी द्वारा धमकी देने की शिकायत भी थाने में की थी लेकिन इस मामले को हल्के में लिया गया. जानकारी होने पर हिंदूवादी संगठन के नेता सामने आए और पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाया. विश्व हिंदू महासंघ के जिला अध्यक्ष अखिलेश सिंह गांव में पहुंचे और पीड़ित परिवार से मुलाकात की. इस दौरान हिंदूवादी नेता और पुलिस अधिकारियों के बीच जमकर नोकझोंक और हंगामे के बाद आरोपी सहित दो लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया. आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार तो किया मगर कुछ ही देर में उसका चालान कर छोड़ दिया.
हरैया सर्कल के डीएसपी अशोक कुमार मिश्रा ने कहा कि गांव के एक युवक द्वारा राजबली के छप्पर में आग लगा दी गई थी. जिस मामले में पुलिस ने कासिम के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. कुछ जानवर भी झूलसे हैं, जिनका इलाज चल रहा है.