खेतड़ी/नीमकाथाना/झुंझुनूं: मेहाड़ा के राजकीय देवनारायण बालिका आवासीय विद्यालय में पढ़ने वाली 236 छात्राओं की जिंदगी दांव पर है. छात्राएं जर्जर भवन में पढ़ने व रहने को मजबूर है. विद्यालय व छात्रावास का भवन महज दो साल में ही जर्जर अवस्था में पहुंच गया. छात्रावास की दीवारों में प्लास्टर उखड़ कर गिर रहा है. वहीं, दीवारों में भी सीलन आई हुई है. ये कभी भी हादसे का कारण बन सकती है. वहीं, इस संंबंध में सार्वजनिक निर्माण विभाग खेतड़ी के अधिशासी अभियंता मेहाड़ा ने बताया कि देवनारायण आवासीय विद्यालय में प्लास्टर गिर रहा है. इसका मौका निरीक्षण किया जाएगा. भवन की जांच करने के बाद ठेकेदार से इसकी मरम्मत करवाई जाएगी.
वहीं, स्कूल की प्रिंसिपल विद्या रोहिताश्व ने कहा कि ये भवन पीडब्ल्यूडी की ओर से बनाया गया है. इस भवन के बारे में समय-समय पर पीडब्ल्यूडी को सूचित भी किया गया है. वहां के अधिकारियों ने इसका निरीक्षण भी किया, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. बता दें कि सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा 2021-22 में विद्यालय भवन का निर्माण शुरू किया था, जो 2023 में बनकर तैयार हुआ. इसका पहला सत्र 2023 में शुरू किया गया था, लेकिन पहले सत्र को दो महीने भी नहीं हुए थे कि विद्यालय की दीवारों पर किया गया प्लास्टर गिरने लगा. अक्टूबर 2023 में विधानसभा चुनाव से पहले आनन फानन में विद्यालय का उद्घाटन करके इसे शुरू भी कर दिया गया, लेकिन किसी भी प्रशासनिक अधिकारी ने भवन की इमारत की तरफ ध्यान नहीं दिया.
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कई बार कर चुके शिकायत : विद्यालय में पढ़ने वाली छात्रा के अभिभावक प्रभु ने बताया कि बेटी को विद्यालय व छात्रावास में प्रवेश दिलाया हुआ है, लेकिन छात्रावास की दीवार व भवन जर्जर हालत में है. रात के समय उनके ऊपर प्लास्टर गिरता रहता है. यह कभी भी बड़े हादसे का कारण बन सकता है.भवन की कई बार शिकायत की जा चुकी है, लेकिन इसकी ना तो जांच की जा रही है और ना ही गिरे हुए प्लास्टर को ठीक करवाने की जरूरत समझी गई है. स्कूल भवन में गिर रहे प्लास्टर को तो प्रिंसिपल विद्या रोहिताश्व ने ठीक करवा दिया, लेकिन छात्रावास भवन की ओर किसी का ध्यान नहीं है.
छात्रों के खेल मैदान के पास खुला ट्रांसफार्मर: मेहाड़ा की राजकीय बालिका आवासीय विद्यालय का भवन जर्जर तो है ही, खेल मैदान के पास ट्रांसफार्मर भी खुला पड़ा है. बरसात के मौसम में कभी भी हादसे का कारण बन सकता है. छात्राओं के खेलते समय करंट का खतरा बना रहता है. छात्रावास के पास खेल मैदान के ऊपर से हाई वोल्टेज की लाइन गुजर रही है. खेलते समय अगर बिजली की लाइन टूट कर गिर गई तो बड़ा हादसा हो सकता है. विद्यालय की प्रिंसिपल विद्या रोहिताश्व ने बताया कि बिजली की लाइन हटाने के लिए प्रशासन व डिस्कॉम को बार-बार शिकायत की जा चुकी है, फिर भी उनकी ओर से कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा. छात्राओं के खेलते समय एक कर्मचारियों को तो वहां पर ट्रांसफार्मर के पास करंट से बचाव के लिए रहना पड़ता है.
एक छात्रा के अभिभावक प्रभु राजोता ने कहा कि राजकीय देवनारायण बालिका आवासीय विद्यालय में आसपास की छात्राएं ही नहीं, बल्कि कोटपूतली तक की छात्राएं पढ़ रही है, लेकिन छात्रावास का भवन इतना जर्जर हो चुका है कि यह कभी भी हादसे का कारण बन सकता है.