शिमला: साल भर में पांच करोड़ सैलानियों की आमद के लिए दावे कर रहे हिमाचल प्रदेश में पर्यटन विकास निगम के आलीशान सुविधाओं से युक्त होटल घाटे में चल रहे हैं. प्रदेश में सैलानियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए राज्य सरकार के तहत हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम होटलों का संचालन करता है. निगम कुल 55 होटलों का संचालन कर रहा है, लेकिन उनमें से 35 होटल घाटे में चल रहे हैं.
ये खुलासा हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मानसून सेशन में हुआ. पांवटा साहिब से भाजपा विधायक सुखराम चौधरी ने पर्यटन विकास निगम के होटलों से जुड़ा सवाल किया था. इस पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की तरफ से लिखित जवाब में बताया गया कि राज्य में पर्यटन विकास निगम कुल 55 होटल चला रहा है. उनमें से 35 होटल घाटे में चल रहे हैं. बाकी 20 होटल लाभ में हैं. सुखराम चौधरी ने अपने सवाल में 31 जुलाई 2023 से 31 जुलाई 2024 तक घाटे में चलने वाले होटलों की जानकारी मांगी थी.
ट्रिपल एच शिमला व चायल पैलेस टॉप में
पर्यटन विकास निगम के जो बीस होटल लाभ में चल रहे हैं, उनमें पहला नाम शिमला स्थित ट्रिपल एच (होटल होलीडे होम) के नाम से मशहूर होटल है. इसके बाद पैलेस होटल चायल का नंबर आता है. ये दोनों होटल सैलानियों की पहली पसंद हैं. इसके अलावा कुल्लू का नग्गर कैसल भी इस लिस्ट में शुमार है. मनाली का होटल कुंजम भी पर्यटकों की पसंद के कारण लाभ वाले उपक्रम में शामिल है. शिमला स्थित राज्य अतिथि गृह पीटरहॉफ भी लाभ में चल रहा है. क्यारीघाट स्थित होटल मेघदूत, बड़ोग का पाइनवुड, लॉग्स हट मनाली, टी-बड पालमपुर, होटल हमीर हमीरपुर, होटल रेणुका श्री रेणुका जी आदि भी लाभ में चल रहे हैं.
घाटे में चलने वाले होटल
इसके अलावा हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के जो होटल घाटे में चल रहे हैं. उनमें कुल्लू का होटल सरवरी, हिल टॉप स्वारघाट, सिल्वर मून कुल्लू, कुनाल होटल धर्मशाला, होटल सुकेत सुंदरनगर, होटल कश्मीर हाउस धर्मशाला, होटल लेक व्यू बिलासपुर, टूरिज्म इन रिवालसर, होटल गोल्फ ग्लेड नालदेहरा शिमला, होटल ज्वालाजी श्री ज्वालामुखी, विली पार्क शिमला (ये सामान्य प्रशासन विभाग की संपत्ति है), कैफे न्यूगल पालमपुर, होटल ममलेश्वर चिंडी आदि प्रमुख हैं. कुल 35 होटल घाटे में चल रहे हैं.