शिमला: हिमाचल में कांग्रेस बागी नेता और पूर्व विधायक चैतन्य शर्मा के पिता राकेश शर्मा और हमीरपुर से निर्दलीय विधायक आशीष शर्मा आज पुलिस के सामने पेश नहीं हुए. इन दोनों के वकील बालूगंज थाना पुलिस के समक्ष हाजिर हुए. वकीलों ने पुलिस को बताया कि राकेश शर्मा और आशीष शर्मा की तबीयत ठीक नहीं है. उन्होंने पेश होने के लिए पुलिस से एक सप्ताह का वक्त मांगा है.
दरअसल, हिमाचल हाईकोर्ट ने बीते मंगलवार को राकेश शर्मा और आशीष शर्मा को बालूगंज पुलिस के समक्ष पेश होने की शर्त पर अग्रिम जमानत दी थी, लेकिन, दोनों आज पुलिस के समक्ष हाजिर नहीं हुए. इनके खिलाफ कांग्रेस के विधायक संजय अवस्थी और भुवनेश्वर गौड़ ने शिमला के बालूगंज थाना में एफआईआर करवाया है.
राकेश शर्मा और आशीष शर्मा पर बहुमत वाली हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार को गिराने के लिए षड्यंत्र रचने और विधायकों की खरीद-फरोख्त करने का आरोप है. आरोप है कि इन्होंने सरकार को गिराने के लिए विधायकों के फाइव से सेवन स्टार होटलों में ठहरने की व्यवस्था की और हेलीकॉप्टर से बागी विधायकों को ले जाने में मदद की.
राज्यसभा चुनाव में वोटों की खरीद-फरोख्त करने और करोड़ों के लेन-देन के इस मामले में एसपी शिमला ने एएसपी नवदीप सिंह की अध्यक्षता में एसआईटी गठित की है. यह SIT इस मामले से जुड़े साक्ष्य जुटा रही है. कांग्रेस के बागी विधायक चैतन्य शर्मा के पिता राकेश शर्मा रिटायर IAS और उत्तराखंड के पूर्व मुख्य सचिव रहे चुके हैं. शिकायतकर्ता के अनुसार, राकेश शर्मा और आशीष शर्मा विधायकों की खरीद-फरोख्त के सूत्रधार हैं.
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