नाहन: हिमाचल प्रदेश की सिरमौर पुलिस ने एक बड़े साइबर ठगी गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने लाखों की ठगी के एक मामले में दो अफ्रीकी मूल के आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनमें एक महिला भी है. इन दोनों आरोपियों को पुलिस दिल्ली से गिरफ्तार करके लाई है. पुलिस ने इनके कब्जे से 6 मोबाइल फोन, 7 मोबाइल सिम बरामद किए हैं. नाहन की एक महिला को लाखों की चपत लगाने के मामले में गठित की गए एसआईटी ने इन ठगों को गिरफ्तार करने में कामयाबी पाई है.
महिला से की थी लाखों की ठगी
पुलिस के मुताबिक बीती 2 अप्रैल को नाहन की एक महिला ने पुलिस में ठगी की एक शिकायत दर्ज करवाई थी. महिला के मुताबिक 26 मार्च 2024 को एक अंजान नंबर से उसके मोबाइल पर एक कॉल आई, जिसमें बताया गया कि वह एयरपोर्ट कुरियर सर्विस दिल्ली में काम करती थी. महिला के नाम से लंदन से कोई कुरियर मिलने की बात कही गई थी. लेकिन इस पार्सल के क्लीयरेंस 65,000 रुपये की मांग की गई, जो 9711356148 नंबर पर गूगल पे करने को कहा था.
फोन पर महिला को बताया गया कि पार्सल में गोल्ड वॉच, आईफोन, गोल्ड बैंगल और एक अन्य लिफाफे में कुछ पैसे हैं. इंडियन करेंसी के अनुसार पार्सल की कीमत 50 से 60 लाख रुपए बताई गई थी. जिसके बाद लालच में आकर शिकायतकर्ता ने 65,000 रुपए ठगों के बताए नंबर पर गूगल पे जरिये भेज दिए. इसके बाद 27 मार्च को उसी नंबर से शिकायतकर्ता के पास दोबारा कॉल आई और कहा गया कि लिफाफे में इंग्लैंड की करेंसी है, जिसको भारतीय करेंसी में बदलने के लिए 2.20 लाख रुपए और जमा करवाने होंगे और उसे आश्वासन दिया कि पैसे जमा करवाने के बाद उसका पार्सल और लिफाफा अगले दिन उसे मिल जाएगा. महिला ने फिर से 2.20 लाख रुपए ठगों के बताए अकाउंट में भेज दिए.
तीसरी बार भी महिला को ठगने की कोशिश
थोड़ी ही देर बाद महिला को तीसरी बार कॉल आता है कि यह पार्सल आपको बिना जीएसटी चुकाए नहीं मिल सकता है. इस पार्सल को पाने के लिए जीएसटी के रूप में लगभग 3.55 लाख रुपए चुकाने होंगे. यदि वह उसे पे कर देगी, तो कल तक पार्सल डिलीवरी हो जाएगा. साथ ही कहा कि यदि यह कीमत नहीं देंगे, तब तक पार्सल नहीं मिल सकता. इस पर शिकायतकर्ता शीतल ने यह रकम जमा करवाने से मना कर दिया. इसके बाद जमा करवाए गए पैसे वापस देने के लिए कहा और उसके बाद से ही वह नंबर बंद हो गया था.
पुलिस के पास पहुंची महिला
तब तक महिला को अंदाजा हो चुका था कि वो साइबर ठगी का शिकार हो चुकी है. इसके बाद महिला ने पुलिस को पूरा वाक्या बताया और महिला की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए एसपी सिरमौर रमन कुमार मीणा ने एएसपी योगेश रोल्टा की अगुवाई में एक SIT गठित कर दी. इस टीम ने बहुत ही कम समय में मामले को सुलझाते हुए दो साइबर अपराधियों को दिल्ली से दबोचने में सफलता पाई. पुलिस इन दोनों से अन्य साथियों की जानकारी लेने की कोशिश कर रही है.
एसपी सिरमौर रमन कुमार मीणा ने बताया कि "मामले में अफ्रीकी मूल की महिला सहित दोनों गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने 6 मोबाइल फोन, 7 मोबाइल सिम भी बरामद किए हैं. इसके साथ-साथ पुलिस द्वारा आरोपियों के बैंक के खातों की जांच भी जारी है." साइबर गैंग का पर्दाफाश करने वाले टीम में गुन्नूघाट पुलिस चौकी प्रभारी एएसआई सुरेष मेहता, हैडकांस्टेबल नवराज, रोहित कुमार, आरक्षी अमरेंद्र सिंह, चमन और महिला आरक्षी वर्षा शामिल रहे.
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