धर्मशाला: साइबर थाने में 96 दिनों में साइबर ठगी की 15 एफआईआर दर्ज की गई हैं. वहीं इन मामलों में 2.25 करोड़ की ठगी शातिरों ने की है. इसके अतिरिक्त साइबर थाने में ठगी की 900 शिकायतों में 1.25 करोड़ रुपये की चपत लोगों की लगी है.
ऑनलाइन ट्रेडिंग से धोखाधड़ी के मामलों में इजाफा
विभिन्न माध्यमों से साइबर ठगों द्वारा लोगों को ठगी का शिकार बनाया जा रहा है. विशेषज्ञों की मानें तो ऑनलाइन ट्रेडिंग से धोखाधड़ी के मामले बढ़ रहे हैं. सोशल मीडिया पर आने वाले ऑनलाइन ट्रेडिंग के लिंक को न दबाएं. ऑनलाइन ट्रेडिंग ऐप के जरिए लोग ठगी का शिकार हो रहे हैं, क्योंकि कई ट्रेडिंग ऐप फेक हैं, जिनके माध्यम से साइबर ठग लोगों को चूना लगाते हैं. किसी भी व्यक्ति के सोशल मीडिया पर किसी रिश्तेदार के मुसीबत में फंसे होने का मैसेज आए तो उस पर विश्वास न करें और संबंधित रिश्तेदार से खुद संपर्क करके पूरी जानकारी हासिल करें.
दर्ज एफआईआर की जांच जारी
साइबर थाना धर्मशाला में साइबर ठगी की जो एफआईआर दर्ज हैं, उन पर जांच चल रही है. आए दिन कहीं न कहीं से साइबर ठगी की शिकायतें थाने में आ रही हैं. साइबर थाना में 5 लाख से अधिक की ठगी की शिकायत पर मामला दर्ज किया जाता है, जबकि इससे कम की ठगी के मामलों की जांच करने के साथ साइबर थाना ऐसे मामलों को संबंधित पुलिस थानों में भी भेजता है.
साइबर थाना धर्मशाला के एएसपी प्रवीन धीमान ने कहा कि "इस वर्ष अब तक साइबर ठगी की 15 एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं, जिनमें लोगों से 2.25 करोड़ रुपये की ठगी की गई है. साइबर ठगी की 900 शिकायतों में 1.25 करोड़ रुपये लोगों से ठगे गए हैं. जिन मामलों में एफआईआर दर्ज हुई है, उनकी जांच की जा रही है. उनका निपटारा करके ठगों तक साइबर टीम पहुंचेंगी".
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