शिमला: हिमाचल प्रदेश में मेधावी छात्रों के पास प्रदेश के पात्र संस्थानों सहित बाहर के पात्र प्रतिष्ठित संस्थानों में प्रतियोगी परीक्षा में कोचिंग का सुनहरा अवसर है. जिसके लिए प्रदेश सरकार मेधावी छात्रों को एक लाख वित्तीय सहायता देगी. ऐसे में छात्र सरकार की वित्तीय सहायता का लाभ उठाकर प्रतिष्ठित संस्थानों से प्रतियोगी परीक्षा के लिए कोचिंग प्राप्त कर अपना भविष्य संवार सकते हैं. इसके लिए उच्च शिक्षा विभाग ने वित्त वर्ष 2024-2025 के लिए शैक्षणिक सत्र-2023-2024 के आधार पर मेधा प्रोत्साहन योजना के तहत मेधावी छात्रों से 23 जून तक आवेदन मांगे गए हैं.
निदेशक उच्चतम शिक्षा डॉ. अमरजीत शर्मा ने बताया कि प्रदेश एवं प्रदेश के बाहर के पात्र संस्थानों से सीएलएटी/ नीट/ आईआईटी-जेई-एएफएमसी/ एनडीए व यूपीएससी/ एसएससी बैंकिंग, इन्श्योरेंस व रेलवे जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग के लिए अधिकतम एक लाख रुपये की वित्तीय सहायता सरकार द्वारा प्रदान की जाएगी.
मेरिट के आधार पर होगा इतने छात्रों का चयन
डॉ. अमरजीत शर्मा ने कहा कि 12वीं स्तर के 280 अभ्यर्थियों और स्नातक स्तर के 120 अभ्यर्थियों का इस योजना के तहत मेरिट के आधार पर चयन किया जाएगा. उन्होंने बताया कि 12वीं तक के इच्छुक विद्यार्थी योजना का लाभ उठाने के लिए संबंधित जिले के उप निदेशक उच्चतर शिक्षा के पास डाक के माध्यम से या ईमेल से आवेदन कर सकते हैं.
इसी तरह से स्नातक स्तर के छात्र-छात्राएं अपना आवेदन पत्र पीडीएफ फॉरमेट में अतिरिक्त या संयुक्त निदेशक (महाविद्यालय), शिक्षा निदेशालय के पास डाक से या ई-मेल medha.protsahan@gov.in पर 23 जून तक कर सकते हैं. इसके बाद प्राप्त होने वाले आवेदन स्वीकार नहीं होंगे. डॉ. अमरजीत शर्मा ने बताया कि एक ई-मेल से केवल एक आवेदन पत्र स्वीकार किया जाएगा. योजना से संबंधित अधिक जानकारी शिक्षा निदेशक उच्चतर, हिमाचल प्रदेश की वेबसाईट www.education.hp.gov.in पर उपलब्ध है.
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