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डिपुओं में तीन महीने तक राशन का कोटा न उठाने वाले उपभोक्ताओं के राशन कार्ड होंगे ब्लॉक, अब तक इतने कार्ड हो चुके हैं बंद - HIMACHAL RATION CARD

हिमाचल में तीन महीने तक डिपुओं से राशन नहीं लेने वालों का राशन कार्ड ब्लॉक होगा. एक हजार से अधिक कार्ड ब्लॉक किए गए हैं.

उपभोक्ताओं के राशन कार्ड होंगे ब्लॉक
उपभोक्ताओं के राशन कार्ड होंगे ब्लॉक (FILE)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Oct 28, 2024, 8:41 AM IST

शिमला: हिमाचल प्रदेश में डिपुओं के माध्यम से दिए जा रही सस्ते राशन की सुविधा का लाभ न उठाना उपभोक्ताओं को अब भारी पड़ सकता है. खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग ने सभी जिला खाद्य नियंत्रकों को उचित मूल्य की दुकानों से लगातार तीन महीने तक सस्ते राशन का कोटा न उठाने वाले उपभोक्ताओं के राशन कार्ड को बंद करने का आदेश जारी कर दिए हैं, जिसके तहत अब तक प्रदेश भर में 1 हजार से अधिक कार्ड बंद किए जा चुके हैं. जिन्हें अब डिपुओं के माध्यम से सस्ते राशन की सुविधा का लाभ नहीं मिलेगा.

इन उपभोक्ताओं का राशन कार्ड हुआ ब्लॉक: विभाग के मुताबिक ऐसे राशन कार्ड को इसलिए ब्लॉक किया गया है, जो तीन महीने से लगातार राशन का कोटा नहीं ले रहे थे. ऐसे में शायद इन्हें सस्ते राशन की जरूरत नहीं होगी. इसलिए प्रदेश में तीन महीने तक राशन का कोटा न उठाने वाले के कार्ड ब्लॉक किए जा रहे हैं. ताकि इस राशन को जरूरतमंद उपभोक्ताओं को दिया जा सके. वहीं, इस बारे में जिला खाद्य नियंत्रकों को तीन महीने से राशन न लेने वाले उपभोक्ताओं के कार्ड ब्लॉक कर मुख्यालय को सूचित करने के निर्देश जारी किए दिए हैं.

केवाईसी न करने वालों की भी बढ़ सकती हैं मुश्किलें: हिमाचल में डिपुओं के माध्यम से सस्ते राशन के वितरण में पारदर्शिता लाने के लिए राशन कार्ड धारकों की ई-केवाईसी करवाई भी जा रही है, जिसके लिए पिछले कई महीनों से प्रक्रिया चल रही है. लेकिन बार बार मौका देने पर भी बहुत से राशन कार्ड धारकों ने ई-केवाईसी नहीं की है. 22 जुलाई 2024 के आंकड़े के मुताबिक प्रदेश में राशन कार्ड में दर्ज 16,35,735 सदस्यों ने ई-केवाईसी नहीं कराई थी.

हालांकि, इसके बाद आंकड़े में कुछ सुधार जरूर हुआ है, लेकिन अभी भी लाखों सदस्यों की ई-केवाईसी होना बाकी है. अब भी अगर राशन कार्ड धारक ई-केवाईसी नहीं कराते हैं तो ऐसे उपभोक्ताओं को सस्ते राशन की सुविधा से हाथ धोना पड़ सकता है. बता दें कि प्रदेश में राशन कार्ड में दर्ज कुल सदस्यों की संख्या 73,32,413 है. इसमें 22 जुलाई तक 56,85,157 लोगों की ई-केवाईसी हुई थी.

ई-केवाईसी इसलिए जरूरी: ई-केवाईसी का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि केवल वास्तविक लाभार्थियों को ही राशन मिले. ये देखा गया है कि कई राशन कार्ड धारकों के राशन कार्ड में शामिल सदस्यों की स्थिति विवाह होने और किसी सदस्य का निधन होने से बदल चुकी है. इसलिए ई-केवाईसी काफी आवश्यक है, ताकि राशन कार्ड से ऐसे सदस्यों के नामों को हटाए जा सके और वास्तविक लाभार्थियों को ही राशन उपलब्ध हो सके. अगर कोई भी राशन कार्ड में इन सदस्यों की जानकारी को अपडेट करवाना चाहते हैं तो उनको ई-केवाईसी करवानी पड़ेगी.

तीन महीने तक राशन का कोटा न उठाने और ई-केवाईसी नहीं करने पर राशन कार्डों की ब्लॉक किया जा रहा है। ताकि ये उपभोक्ताओं के राशन का कोटा जरूरतमंदों को मिल सके:- राम कुमार गौतम, निदेशक, खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामला विभाग

ये भी पढ़ें: हिमाचल बिजली बोर्ड कर्मचारियों का आज प्रदर्शन, सुक्खू सरकार को दी उग्र आंदोलन की चेतावनी

शिमला: हिमाचल प्रदेश में डिपुओं के माध्यम से दिए जा रही सस्ते राशन की सुविधा का लाभ न उठाना उपभोक्ताओं को अब भारी पड़ सकता है. खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग ने सभी जिला खाद्य नियंत्रकों को उचित मूल्य की दुकानों से लगातार तीन महीने तक सस्ते राशन का कोटा न उठाने वाले उपभोक्ताओं के राशन कार्ड को बंद करने का आदेश जारी कर दिए हैं, जिसके तहत अब तक प्रदेश भर में 1 हजार से अधिक कार्ड बंद किए जा चुके हैं. जिन्हें अब डिपुओं के माध्यम से सस्ते राशन की सुविधा का लाभ नहीं मिलेगा.

इन उपभोक्ताओं का राशन कार्ड हुआ ब्लॉक: विभाग के मुताबिक ऐसे राशन कार्ड को इसलिए ब्लॉक किया गया है, जो तीन महीने से लगातार राशन का कोटा नहीं ले रहे थे. ऐसे में शायद इन्हें सस्ते राशन की जरूरत नहीं होगी. इसलिए प्रदेश में तीन महीने तक राशन का कोटा न उठाने वाले के कार्ड ब्लॉक किए जा रहे हैं. ताकि इस राशन को जरूरतमंद उपभोक्ताओं को दिया जा सके. वहीं, इस बारे में जिला खाद्य नियंत्रकों को तीन महीने से राशन न लेने वाले उपभोक्ताओं के कार्ड ब्लॉक कर मुख्यालय को सूचित करने के निर्देश जारी किए दिए हैं.

केवाईसी न करने वालों की भी बढ़ सकती हैं मुश्किलें: हिमाचल में डिपुओं के माध्यम से सस्ते राशन के वितरण में पारदर्शिता लाने के लिए राशन कार्ड धारकों की ई-केवाईसी करवाई भी जा रही है, जिसके लिए पिछले कई महीनों से प्रक्रिया चल रही है. लेकिन बार बार मौका देने पर भी बहुत से राशन कार्ड धारकों ने ई-केवाईसी नहीं की है. 22 जुलाई 2024 के आंकड़े के मुताबिक प्रदेश में राशन कार्ड में दर्ज 16,35,735 सदस्यों ने ई-केवाईसी नहीं कराई थी.

हालांकि, इसके बाद आंकड़े में कुछ सुधार जरूर हुआ है, लेकिन अभी भी लाखों सदस्यों की ई-केवाईसी होना बाकी है. अब भी अगर राशन कार्ड धारक ई-केवाईसी नहीं कराते हैं तो ऐसे उपभोक्ताओं को सस्ते राशन की सुविधा से हाथ धोना पड़ सकता है. बता दें कि प्रदेश में राशन कार्ड में दर्ज कुल सदस्यों की संख्या 73,32,413 है. इसमें 22 जुलाई तक 56,85,157 लोगों की ई-केवाईसी हुई थी.

ई-केवाईसी इसलिए जरूरी: ई-केवाईसी का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि केवल वास्तविक लाभार्थियों को ही राशन मिले. ये देखा गया है कि कई राशन कार्ड धारकों के राशन कार्ड में शामिल सदस्यों की स्थिति विवाह होने और किसी सदस्य का निधन होने से बदल चुकी है. इसलिए ई-केवाईसी काफी आवश्यक है, ताकि राशन कार्ड से ऐसे सदस्यों के नामों को हटाए जा सके और वास्तविक लाभार्थियों को ही राशन उपलब्ध हो सके. अगर कोई भी राशन कार्ड में इन सदस्यों की जानकारी को अपडेट करवाना चाहते हैं तो उनको ई-केवाईसी करवानी पड़ेगी.

तीन महीने तक राशन का कोटा न उठाने और ई-केवाईसी नहीं करने पर राशन कार्डों की ब्लॉक किया जा रहा है। ताकि ये उपभोक्ताओं के राशन का कोटा जरूरतमंदों को मिल सके:- राम कुमार गौतम, निदेशक, खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामला विभाग

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