शिमला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा में बजट सत्र जारी है. आज बजट सत्र के तीसरे दिन सदन में भाजपा विधायक रणधीर शर्मा के साथ पुलिस की मारपीट का मामला गरमाने के पूरे आसार है. भाजपा ने आरोप लगाया है कि अली खड्ड विवाद को लेकर पुलिस द्वारा विधायक रणधीर शर्मा व अन्य जन प्रतिनिधियों के साथ मारपीट की गई, जिसमें विधायक रणधीर सिंह घायल हो गए. गौरतलब है कि बीते दिन भी विधानसभा में विपक्ष द्वारा इस मुद्दे को लेकर सदन में जमकर हंगामा किया गया था. जिसके बाद विपक्ष ने सदन से वॉकआउट किया था.
बीते रोज विपक्ष का हंगामा
दरअसल प्रश्नकाल के बाद श्री नैना देवी से भाजपा विधायक रणधीर शर्मा ने प्वाइंट ऑफ आर्डर के तहत सदन में यह मामला उठाना चाहा. जिसपर विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि नोटिस पर विचार किया गया है और इसे आज नियम 62 के तहत सदन में चर्चा के लिए लिस्ट किया, लेकिन विपक्ष इस पर 15 फरवरी को ही चर्चा चाहता था. जब इसके लिए इजाजत नहीं मिली तो विपक्ष ने नारेबाजी करते ही सदन से वॉकआउट कर दिया.
अली खड्ड विवाद
रणधीर शर्मा ने कहा कि अली खड्ड से अर्की के लिए 7 करोड़ रुपए की पानी की योजना बनाई जा रही है, इसका स्थानीय लोग भारी विरोध कर रहे हैं. इस खड्ड पर 24 पेयजल योजनाएं और 7 सिंचाई की योजनाएं चल रही हैं. जबकि खड्ड के पास लोग अपने खेतों में इससे सिंचाई करते हैं. लोगों के कई घराट यहां पर चल रहे हैं, लेकिन जिस तरह से यहां से पानी उठाया जा रहा है उससे यहां पर पानी की भारी किल्लत होगी. गर्मियों के दिनों में वैसे ही हमेशा यहां पर पानी की किल्लत रहती है. रणधीर शर्मा ने कहा कि अली खड्ड की बजाए अर्की के लिए कोलडैम से पानी उठाया जा सकता है. इसी को लेकर पुलिस और विधायक के बीच विवाद हुआ है.
"हिमाचल प्रदेश में कानून व्यवस्था की हालात बहुत खराब हो गई है. अगर कोई इसके खिलाफ आवाज उठाता है तो उस पर मुकदमे बनाए जाते हैं. बिलासपुर-सोलन सीमा पर उठाऊ पेयजल योजना को लेकर लोग लंबे समय से विरोध कर रहे थे. जब भाजपा विधायक लोगों के साथ जाकर खड़े हुए तो पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज किया. इस मारपीट में विधायक की 2 उंगलियां टूट गई हैं. उल्टा पुलिस ने रणधीर शर्मा और उनके साथ अन्य लोगों पर ही डकैती का मामला भी दर्ज कर दिया है, लेकिन सदन में इस पर चर्चा की इजाजत भी नहीं दी गई." - सतपाल सत्ती, भाजपा विधायक, ऊना
क्यों कर रहा विपक्ष हंगामा?
बिलासपुर-सोलन की सीमा पर स्थित त्रिवेणीघाट में अली खड्ड से अर्कि के लिए पानी उठाया जा रहा है. जिसका त्रिवेणीघाट के लोगों द्वारा विरोध किया जा रहा है. 13 फरवरी को लोगों ने सोलन जिले की सीमा में घुस कर पेयजल योजना के काम को रुकवा दिया. इस दौरान भाजपा विधायक रणधीर शर्मा भी यहां पहुंचे हुए थे. आरोप है कि पुलिस ने भाजपा विधायक और उनके साथियों पर लाठीचार्ज किया. जिसमें विधायक को चोटें आई और उनकी 2 उंगलियां फ्रैक्चर हो गई. जब सदन में इस पर चर्चा के लिए समय मांगा गया, तो इसकी इजाजत नहीं मिला. जिसके बाद भाजपा विधायकों द्वारा सदन में जमकर हंगामा किया गया. भाजपा का आरोप है कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है.
क्या है बिलासपुर-सोलन सीमा पर पेयजल योजना विवाद?
गौरतलब है कि जिला बिलासपुर और सोलन सीमा से सटे नवगांव में अर्की जिला सोलन के लोगों के लिए पेयजल योजना का निर्माण कार्य शुरू किया गया है. इस योजना के माध्यम से करीब सात पंचायत के लोगों को पेयजल सुविधा मुहैया करवाने की बात कही जा रही है. बिलासपुर जिले के प्रभावित लोगों की मानें तो वह पेयजल योजना के विरोध में नहीं हैं, लेकिन नवगांव से पेयजल योजना बनाने के बजाए लाभार्थी परिवारों के लिए कोलडैम से पेयजल योजना बनाई जानी चाहिए. इससे जहां अर्की क्षेत्र के लोगों की समस्या सुलझेगी. वहीं, बिलासपुर जिले के प्रभावित लोगों की खेती व घराट सुरक्षित रहेंगे. इस पेयजल योजना को लेकर पिछले 17 दिनों से विवाद चला हुआ है. वहीं, जब तीन दिन पहले विधायक रणधीर शर्मा वहां पहुंचे और समर्थकों के साथ नारेबाजी करने लगे तो पुलिस के साथ उनकी हाथापाई भी हो गई.
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