शिमला: हिमाचल विधानसभा का विंटर सेशन बुधवार 18 दिसंबर से धर्मशाला के तपोवन में आरंभ हो रहा है. पूर्वाह्न 11 बजे से शुरू होने वाले सत्र के लिए सत्ता पक्ष व विपक्ष ने कमर कस ली है. बेशक सत्र छोटा है और महज चार दिन तक ही चलेगा, लेकिन इसका पहला ही दिन हंगामेदार होगा. भाजपा ने तीखे सवालों के जरिए सरकार को घेरने की रणनीति बनाई है.
इस बार पहले ही दिन ओपीएस व नौकरियों के मुद्दे गूंजेंगे. पहला ही सवाल ओपीएस यानी ओल्ड पेंशन स्कीम को लेकर है. नेता प्रतिपक्ष ने इस बारे में सवाल किया है. विधानसभा की कार्यवाही में प्रश्नकाल के दौरान पहले ही दिन नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर की तरफ से पहला सवाल लगा है. सवाल में जयराम ठाकुर ने सरकार से नवंबर 2024 तक कितने ऐसे एनपीएस कर्मचारी हैं, जिन्हें रिटायर होने के बाद ओपीएस का लाभ मिल रहा है. इसके अलावा भाजपा नेताओं विपिन सिंह परमार व सतपाल सिंह सत्ती ने पूछा है कि नवंबर 2024 तक सरकार ने विभिन्न विभागों में कितने पद सृजित किए हैं. क्या इन पदों के लिए वित्त विभाग से मंजूरी मिल चुकी है?
जसवां के विधायक बिक्रम ठाकुर ने पूछा है कि वर्तमान सरकार में कितने विधायक, मंत्री, अफसर आदि विदेश दौरों पर गए और उन पर कितना खर्च किया गया. इसके अलावा पक्ष-विपक्ष के सदस्यों ने अपने निर्वाचन क्षेत्र से जुड़े सवाल किए हैं. फिलहाल, पहले ही दिन तारांकित व अतारांकित सवालों को मिलाकर 87 प्रश्न पूछे गए हैं. इसके अलावा सामान्य बिजनेस होगा. इस विंटर सेशन में पहली बार शून्य काल की भी संभावना है.
शून्य काल में विधायक अपने इलाके की समस्याओं को उठा सकते हैं. इसके अलावा नियम-62 के तहत दो ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लगे हैं. केवल सिंह पठानिया व विपिन सिंह परमार इसके तहत अपने विषय रखेंगे. इससे पूर्व सेशन से पहले होने वाली सर्वदलीय मीटिंग में विपक्ष शामिल नहीं हुआ. वहीं, सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि विपक्ष को सकारात्मक भूमिका निभानी चाहिए. सीएम ने कहा कि विपक्ष अपनी बात कहता है और फिर वॉकआउट करता है। विपक्षी सदस्यों को जवाब भी सुनना चाहिए.