शिमला: हिमाचल में सेब कारोबार से जुड़े लाखों बागवानों के लिए राहत भरी खबर है. एचपीएमसी के 12 केंद्रों के माध्यम से बागवानों को 6 जुलाई से यूनिवर्सल कार्टन मिलना शुरू हो जाएगा. इसके लिए सरकारी उपक्रम एचपीएमसी शॉर्ट लिस्ट की गई तीन कंपनी शिवालिक कंटेनर्ज, जेज पैकर्स और जसमेर मेकर्स को पहले ही सप्लाई आर्डर जारी कर दिया गया था. जिसके बाद अब प्रदेश भर में एचपीएमसी के फंक्शनल 12 केंद्रों में यूनिवर्सल कार्टन की 5 जुलाई को सप्लाई पहुंचनी शुरू हो जाएगी. जिससे अब बागवानों को इन केंद्रों के माध्यम से 6 जुलाई से यूनिवर्सल कार्टन उपलब्ध होगा.
इस बार सस्ता मिलेगा कार्टन: बागवानी पर हर साल लागत बढ़ने से परेशान बागवानों के लिए राहत की बात है कि इस बार कार्टन पिछले साल की तुलना में 7 रुपए तक सस्ता मिलेगा. जीएसटी काउंसिल ने कार्टन पर जीएसटी 18 से घटाकर 12 फीसदी तय किया है. ऐसे में इस साल कार्टन पर जीएसटी पिछले साल के मुकाबले में 6 फीसदी कम लागू होगा. जिसका फायदा हिमाचल में लाखों बागवानों को होगा. वहीं, एचपीएमसी यूनिवर्सल कार्टन के दाम फाइनल कर दिए हैं.
न्यूनतम और अधिकतम मूल्य तय: बागवानों को अलग-अलग कीमत में ब्राउन और सफेद कार्टन उपलब्ध कराए जाएंगे. जिसका न्यूनतम मूल्य 47.75 रुपए और अधिकतम मूल्य 56 रुपए तय किया गया है. जिस पर जीएसटी अलग से वसूला जाएगा. ऐसे में इस बार बागवानों को दोहरी राहत मिलने वाली है. एक तो इस बार मंडियों में यूनिवर्सल कार्टन में 20 किलो पैकिंग में सेब बिकेगा. जिससे बागवानों को अब पहले की तरह अधिक पैकिंग में सेब बेच कर नुकसान नहीं उठाना होगा. वहीं, इस बार बागवानों को यूनिवर्सल कार्टन पिछले सालों के मुकाबले में 3.50 से 7.50 रुपए सस्ता मिलेगा.
8 कंपनियों ने लिया था टेंडर प्रक्रिया में भाग: एचपीएमसी ने बागवानों को यूनिवर्सल कार्टन उपलब्ध करवाने के लिए 1 जुलाई को टेंडर प्रक्रिया पूरी की थी. जिसमें 8 कार्टन निर्माताओं शिवालिक कंटेनर्स, जसमेर मेकर्स, रेडिन्स प्रो, महावीर पैकेजिंग, सागर इंडिया, केएसपी फाइबरस और जैज पैकर्स भाग लिया था, जिसमें तकनीकी छंटनी के बाद चार कार्टन निर्माताओं को योग्य पाया गया था. इसके आधार पर तीन कार्टन निर्माताओं शिवालिक कंटेनर्ज, जेज पैकर्स और जसमेर मेकर्स के दाम न्यूनतम पाए जाने कार्टन उपलब्ध कराने का ऑर्डर जारी किया गया है.
यूनिवर्सल कार्टन में होगी 20 किलो सेब की पैकिंग: यूनिवर्सल कार्टन में अब 20 किलो सेब ही भरा जाएगा. इससे पहले टेलीस्कोपिक कार्टन में प्रति पेटी 7 से 8 ट्रे सेब भरा जाता था. जिसका प्रति पेटी वजन भी 30 किलो के करीब रहता था, लेकिन मंडियों में बागवानों को 24 किलो पेटी के हिसाब से ही सेब की कीमत दी जाती थी. इस कारण अधिक पैकिंग होने से बागवानों को भारी नुकसान उठाना पड़ता था. बागवानों को नुकसान ना हो इसके लिए यूनिवर्सल कार्टन अनिवार्य किया गया है. ये कार्टन सिंगल बॉक्स का होगा. इसका साइज लंबाई में 500 एमएम चौड़ाई में 300 एमएम और ऊंचाई में 310 एमएम होगा. जिसे घटाया और बढ़ाया नहीं जा सकता है. जिस कारण इसमें 20 किलो ही सेब भरा जाएगा. इससे मंडियों में वजन को लेकर होने वाले विवाद से बचा जा सकता है.
ये है टेलिस्कोपिक कार्टन: यह कार्टन टेलीस्कोपिक की तरह होता है. जिस कारण इसे कम या ज्यादा एलिवेट किया जा सकता है. यह कार्टन दो बॉक्स को जोड़कर बना होता है. जिस वजह से इसमें सेब का वजन निर्धारित नहीं होता है. इसमें अधिकतम 35 किलो सेब भरा जा सकता है. ऐसे में टेलीस्कोपिक कार्टन में वजन को लेकर कंफ्यूजन होता है. इस कार्टन में अधिक सेब की मात्रा होने से बागवानों को नुकसान उठाना पड़ता है. ऐसे में बागवान लंबे समय से यूनिवर्सल कार्टन की मांग कर रहे थे.
एचपीएमसी के महाप्रबंधक सन्नी शर्मा का कहना है कि बागवानों को 6 जुलाई से एचपीएमसी की 12 ब्रांचों के माध्यम से यूनिवर्सल कार्टन उपलब्ध होगा. इससे अब बागवानों को कार्टन के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि कार्टन उपलब्ध कराने की पहली प्राथमिकता ऐसे सेब बाहुल्य क्षेत्रों को दी जा रही हैं, जहां सीजन शुरू होने वाला है.
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