कुल्लू: मणिकर्ण घाटी के मलाणा में शनिवार को भी हेलीकॉप्टर लैंड नहीं कर पाया. शनिवार सुबह भुंतर हवाई अड्डा से राशन लेकर हेलीकॉप्टर मिलन की ओर उड़ा था, लेकिन हैलीपैड के समीप बड़े-बड़े पेड़ होने के चलते दूसरे दिन भी उड़ान सफल नहीं हो पाई. ऐसे में हेलीकॉप्टर अब एक बार फिर से वापस लौट आया है. इससे पहले शुक्रवार को सीपीएस सुंदर ठाकुर और एसडीएम विकास शुक्ला ने भी मलाणा गांव के लिए हेलीकॉप्टर से उड़ान भरने के बाद हैलीपैड पर उतरने का प्रयास किया था, लेकिन ये प्रयास भी असफल रहा था.
शनिवार को एक बार फिर राशन लेकर उड़ा हेलीकॉप्टर हैलीपैड पर लैंड नहीं कर पाया है, जिस कारण अब मलाणा के लोगों की भी दिक्कतें कम होने का नाम नहीं ले रही है. मलाणा गांव में इन दिनों मेले का भी आयोजन किया जा रहा है. ऐसे में स्थानीय ग्रामीणों को अब यह चिंता सता रही है कि वो किस तरह से मेले में आए मेहमानों की आव भगत कर पाएंगे. गौर रहे की मलाणा में बादल फटने के बाद सड़क बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुई है और हेलीकॉप्टर के लिए ग्रामीणों ने मिलकर हेलीपैड का निर्माण भी किया था.
सड़क बनने में अभी 6 माह से अधिक का समय लग सकता है. अभी लोगों के पास एकमात्र विकल्प हेलीकॉप्टर ही बचा हुआ है. लैंडिंग न होने से लोग काफी निराश हैं. अब प्रशासन मलाणा तक राशन पहुंचाने के लिए अलग से रणनीति तैयार करने में जुटा है, ताकि घोड़ों और खच्चर के जरिए मलाणा में राशन पहुंचा जा सके. एसडीएम कुल्लू विकास शुक्ला ने बताया कि, 'शनिवार को भी हेलीकॉप्टर की उड़ान सफल नहीं हो पाई, क्योंकि हैलीपैड के समीप काफी बड़े-बड़े पेड़ थे. ऐसे में प्रशासन के द्वारा राशन भिजवाने के लिए दूसरी व्यवस्था पर भी विचार किया जाएगा.'
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