शिमला: हिमाचल प्रदेश में 3 सितंबर को राज्य के अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश, आंधी और बिजली गिरने का येलो अलर्ट जारी किया गया है. वहीं, मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार 1 जून से 1 सितंबर के बीच बारिश में 24 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है. जबकि मौजूदा मानसून के दौरान भारी बारिश के कारण राज्य में भारी नुकसान हुआ है. इतना ही नहीं भारी बारिश और बादल फटने की घटनाओं में अब तक 151 लोगों की जान जा चुकी है. राज्य के 12 जिलों में से 11 जिलों में कम बारिश दर्ज की गई है. मौसम विभाग के अनुसार, केवल शिमला जिले में 10 प्रतिशत अधिक बारिश हुई.
राज्य में इस मानसून सीजन में 471.1 मिमी बारिश हुई. जबकि औसत 618.9 मिमी बारिश होती है, जो 24 प्रतिशत कम है. मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, लाहौल स्पीति जिले में सबसे अधिक 73 प्रतिशत बारिश की कमी दर्ज की गई. इसके बाद किन्नौर में 43 प्रतिशत, चंबा और ऊना में 34-34 प्रतिशत, हमीरपुर में 33 प्रतिशत, सोलन में 31 प्रतिशत, कुल्लू में 22 प्रतिशत, सिरमौर में 16 प्रतिशत, मंडी और बिलासपुर में 11-11 प्रतिशत, कांगड़ा में आठ प्रतिशत बारिश की कमी दर्ज की गई है.
मौसम विभाग के अनुसार 27 जून को मानसून के आगमन के बाद से 31 अगस्त शाम तक बारिश से संबंधित घटनाओं में अब तक 151 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि भारी बारिश के कारण राज्य को 1,265 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. हिमाचल के अलग-अलग इलाकों में बारिश को छोड़कर बीते शनिवार शाम से राज्य में मौसम मुख्य रूप से शुष्क रहा.
नाहन में 20 मिमी बारिश के साथ सबसे अधिक बारिश हुई. इसके बाद मंडी में 15 मिमी, धर्मशाला में 5 मिमी और डलहौजी में 4 मिमी बारिश हुई. जबकि नेरी और कुफरी में बारिश के निशान दर्ज किए गए. स्थानीय मौसम विभाग ने 3 सितंबर को राज्य के अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश, आंधी और बिजली गिरने का येलो अलर्ट जारी किया है.
31 अगस्त को लाहौल और स्पीति का केलांग राज्य का सबसे ठंडा स्थान रहा, जहां न्यूनतम तापमान 11.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. जबकि ऊना 36 डिग्री सेल्सियस के अधिकतम तापमान के साथ सबसे गर्म स्थान रहा.
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