हाथरस : ग्रेटर नोएडा में एक ही परिवार के चार सदस्यों की मौत हो जाने से हाथरस के सिकंदराराऊ क्षेत्र के गांव सराय में मातम पसर गया है. इस हादसे के बाद गांव में चूल्हे नहीं जले हैं. एक साथ दो भाइयों, भाई की पत्नी और बहन की मौत से गांव के लोग हतप्रभ हैं. जानकारी के अनुसार, घटना घर में रसोई गैस के लीक होने की वजह से हुई हैं. हालांकि, गैस लीक होने के कारण सभी लोगों की मौत का कारण संदेहास्पद बताया जा रहा है.
जिले की तहसील सिकंदराराऊ के गांव सराय के पप्पू सिंह मजदूरी कर अपना परिवार पलते थे. करीब चार साल पहले पप्पू के दो बेटे चंद्रेश (26), राजेश (24), बेटी बबली (15) और बहू निशा करीब चार साल पहले नोएडा चले गए थे. वह ग्रेटर नोएडा क्षेत्र के तुंस्याना गांव में एक ही कमरे में रह रहे थे. शुरुआत में चंद्रेश और राजेश ने मजदूरी की. लेकिन, उसके बाद चंद्रेश को जोमैटो कंपनी में सेल्समैन का काम मिल गया. राजेश पराठे की ढकेल लगाने का काम शुरू कर दिया. पराठे की ढकेल लगाने में परिवार के सभी लोग हाथ बंटाते थे. रोजाना की तरह इन लोगों ने गैस के चूल्हे पर आलू उबालने के लिए रखे थे. बताया जाता है कि थकान की वजह सभी सो गए. इस दौरान गैस चूल्हे से किसी तरह से गैस रिसती रही, लेकिन इस दौरान किसी की नींद नहीं टूटी और सभी की दम घुटने से मौत हो गई. हालांकि गैस कैसे लीक हुई किस कारण उनकी मौत हुई अभी साफ नहीं है, लेकिन माना जा रहा है कि बंद कमरे में गैस के फैलने से इन चारों की मौत हुई है.
ग्राम प्रधान सत्य प्रकाश यादव ने बताया कि कई वर्ष से ये लोग गांव में रोजगार न होने के कारण नोएडा में काम करते थे. कुछ दिन पहले राजेश अपनी पत्नी सुधा को गांव में छोड़ कर वापस चला गया था. दो वक्त की रोटी की जुगाड़ के साथ बहन की शादी के लिए धन का इंतजाम दोनों भाई कर रहे थे. पिता पप्पू सिंह गांव में मजदूरी करते हैं. अब परिवार में बूढ़े मां-बाप के अलावा 20 साल का छोटा बेटा संजू और राजेश की पत्नी सुधा है.
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