चंडीगढ़: हरियाणा समेत पूरे एनसीआर में भीषण गर्मी के बाद अब भारी बरसात मुसीबत बन गई है. चंडीगढ़ मौसम विभाग ने अगल तीन दिन तक हरियाणा में भारी से बहुत भारी वर्षा का पूर्वानुमान जताया है. इस दौरान हरियाणा के कई जिलों में तेज बरसात से लोगों को कई तरह की परेशान हो सकती है. भार बारिश वाले जिलों में मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.
हरियाणा में 3 दिन भारी वर्षा का अनुमान
चंडीगढ़ मौसम विज्ञान विभाग कार्यालय ने अगले कुछ दिनों में हरियाणा, पंजाब के कई जिलों में भारी बारिश की भविष्यवाणी करते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग ने अगले तीन दिन दिन यानि 1 से 3 जुलाई तक हरियाणा के यमुनानगर, करनाल, पानीपत, सोनीपत, रोहतक, झज्जर, भिवानी, चरखी-दादरी, महेंद्रगढ़, सिरसा, फतेहाबाद, हिसार और जींद में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी है. भयंकर बारिश को देखते हुए मौसम विभाग ने इन जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग ने इन जिलों में लोगों से सावधान रहने की अपील की है.
हरियाणा, चंडीगढ़ एवं दिल्ली में 01 और 02 जुलाई, 2024 को अलग-अलग स्थानों पर भारी (64.5-115.5 मिलीमीटर) से बहुत भारी वर्षा (115.5-204.4 मिलीमीटर) होने की प्रबल संभावना है, pic.twitter.com/d3NKOZ4hTS
— India Meteorological Department (@Indiametdept) July 1, 2024
हरियाणा के इन जिलों में येलो अलर्ट
इसके अलावा पंचकूला,अंबाला, कुरुक्षेत्र, कौथल, जींद और फतेहाबाद के लिए येलो अलर्ट जारी करते हुए भारी वर्षा की भविष्यवाणी की है. एक से 3 जुलाई के बीच इन जिलों में भारी वर्षा का पूर्वानुमान चंडीगढ़ मौसम विभाग ने जारी किया है. पूरे राज्य में इस दौरान आंधी और आसमान में तेज गरज भी देखी जायेगी. 4 जुलाई से बारिश से कुछ राहत मिलने की उम्मीद है. मौसम विभाग ने भारी बारिश के दौरान कई तरह के नुकसान की आशंका जताई है. ऑरेंज अलर्ट वाले जिलों में लोगों से कुछ खास बातों का ध्यान रखने की अपील की गई है.
भयंकर बारिश के चलते नुकसान की आशंका
- खुले में पड़ी कटी हुई फसलों को नुकसान.
- निचले इलाकों में जलजमाव
- नदियों और मौसमी जलधाराओं में जल स्तर का बढ़ना
- कुछ अंडरपासों को बंद करना
- कमजोर संरचनाओं को नुकसान
- नगरपालिका सेवाओं (पानी, बिजली आदि) में व्यवधान
- जलजमाव, फिसलन भरी सड़कें और कम दृश्यता के कारण यातायात जाम हो सकता है
बारिश में इन बातों का रखें खयाल
- कटी हुई फसल को खुले में ना रखें
- जलजमाव वाले क्षेत्रों में जाने से बचें
- कमजोर संरचनाओं के पास ना खड़े हों
- उर्वरकों और कीटनाशकों के प्रयोग से बचें
- बारिश के दौरान सावधानी से वाहन चलाएं
- पेड़ों के नीचे शरण ना लें
- जल स्रोतों के पास ना जाएं
- आंधी के दौरान कमजोर संरचनाओं के नीचे खड़े होने से बचें