नूंह: डेंगू ने मेवात में भी दस्तक दे दी है. जिले में अब तक डेंगू के सात केस सामने आए हैं. इनमें से एक किशोरी की जान भी डेंगू से जा चुकी है. वहीं, मलेरिया के केस हालांकि अभी तक सामने नहीं आए, लेकिन स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है. दूसरे राज्यों से आए लोगों में मलेरिया के संदिग्ध केस मिले है, जिसके बाद से विभाग की टीम की ओर से इलाके में सर्विलांस किया जा रहा है.
2023 में नहीं मिला था एक भी केस : सिविल सर्जन डॉक्टर सर्वजीत थापा ने बताया कि फिरोजपुर झिरका शहर के वार्ड नंबर 12 की 15 वर्षीय याशिका गोयल पुत्री कैलाश गोयल की पड़ोसी राज्य राजस्थान के अलवर के एक निजी अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई. इसके अलावा जिले के अलग-अलग क्षेत्र में तकरीबन 6 अन्य केसों में डेंगू की पुष्टि हुई है. उन्होंने बताया कि पूरे हरियाणा में मलेरिया का फ्री इलाज होता है. पिछले 4 सालों से इसके केसों में लगातार गिरावट आ रही है. 3 साल पहले 20-22 केस सामने आए थे. उसके बाद 15 केस रह गए थे और बीते साल 2023 में एक भी केस सामने नहीं आया था. अभी तक जो दो केस पॉजिटिव निकले हैं, वो उड़ीसा इत्यादि राज्यों से आए हुए लोग है.
सप्ताह में एक दिन मनाया जा रहा ड्राई डे : सिविल सर्जन नूंह ने बताया कि यहां पर मलेरिया के केस अभी तक सामने नहीं आए हैं. एक्टिव सर्विलांस टीमों की ओर से स्लाइड तैयार की जा रही हैं. जहां तक डेंगू के केसों की बात है तो अब तक सात केस सामने आए हैं, जो पॉजिटिव पाए गए हैं. उसके बाद स्वास्थ्य विभाग पूरे जिले में अलर्ट मोड पर है. आशा वर्कर ने पूरी निगरानी रखी है. सप्ताह में एक दिन ड्राई डे मनाया गया, ताकि टंकी, कूलर, गमला इत्यादि को सुखाया जा सके.
कराई गई फॉगिंग : सीएमओ नूंह ने बताया कि अलवर में नूंह की किशोरी की मौत के बाद फिरोजपुर झिरका शहर में फॉगिंग करने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि अगर किसी को बुखार होता है तो अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर चेक करा सकते हैं. टीम पूरे क्षेत्र में उतार दी गई हैं.
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