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गैंगस्टर की बीवी मंजू हुड्डा की जान को बड़ा ख़तरा!, जिला परिषद की बैठक से पहले मिले हथियार

रोहतक जिला परिषद चेयरपर्सन मंजू हुड्डा की जान को ख़तरा है. अविश्वास प्रस्ताव पर बैठक से पहले गाड़ी से हथियार बरामद किए गए हैं.

NO CONFIDENCE MOTION IN ROHTAK
गैंगस्टर की बीवी मंजू हुड्डा की जान को बड़ा ख़तरा! (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : 2 hours ago

रोहतक: जिला परिषद की चेयरपर्सन मंजू हुड्डा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर बुधवार को जिला विकास भवन में बुलाई गई मीटिंग टल गई है. मीटिंग से पहले डीसी अजय कुमार बीमार हो गए. इस वजह से अब ये मीटिंग 26 अक्टूबर को होगी. वहीं, मीटिंग स्थगित होने के बाद पुलिस टीम ने विकास भवन परिसर में खड़ी गाड़ियों की चेकिंग की तो उनमें 2 रिवाल्वर और 3 बंदूक बरामद हुई. इस संबंध में संबंधित युवकों को हिरासत में लिया गया है. पुलिस टीम एक गाड़ी को क्रेन के जरिए साथ ले गई. इस गाड़ी में भी हथियार थे और ये गाड़ी एक पार्षद की बताई जा रही है. इस बीच मंजू हुड्डा ने कहा है कि उनकी जान को बड़ा ख़तरा है.

अविश्वास प्रस्ताव के लिए आज का दिन था प्रस्तावित : गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव के दौरान जिला परिषद के 14 में से 10 पार्षदों ने चेयरपर्सन मंजू हुड्डा के खिलाफ डीसी को ज्ञापन सौंपकर अविश्वास प्रस्ताव लाने की मांग की थी. विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया संपन्न होने के बाद डीसी ने अविश्वास प्रस्ताव के लिए 23 अक्टूबर का दिन निर्धारित किया था. 2 दिन पहले जिला पार्षद नीलम हुड्डा के बेटे धैर्य का कथित तौर पर अपहरण कर लिया गया था. हालांकि वो 3 घंटे बाद सकुशल मिल गया था. इस संबंध में चेयरपर्सन मंजू हुड्डा और उसके पति राजेश सरकारी के खिलाफ सांपला पुलिस स्टेशन में अपहरण का केस दर्ज किया गया था. हालांकि मंजू हुड्डा और राजेश सरकारी ने अपहरण के आरोपों को सिरे से नकार दिया है और साजिश रचने का आरोप लगाया है.

हुड्डा के खिलाफ चुनाव भी लड़ चुकीं हैं मंजू हुड्डा : इससे पहले अगस्त माह में चेयरपर्सन ने 5 पार्षदों को मीटिंग में भाग लेने के लिए डी बार कर दिया था. मंजू हुड्डा ने बीजेपी के टिकट पर गढ़ी सांपला किलोई विधानसभा क्षेत्र से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ चुनाव भी लड़ा था, लेकिन वे हार गई थीं.

जिला परिषद के वाइस चेयरमैन अनिल हुड्डा ने बताया कि 10 पार्षद सुबह साढ़े 10 बजे ही पहुंच गए थे, लेकिन रोहतक के कुछ भाजपा नेताओं ने मीटिंग कैंसिल करा दी. अब इस संबंध में मुख्यमंत्री नायब सैनी से मुलाकात की जाएगी. पार्षद अमित रांगी और पार्षद सीमा ने कहा कि विकास कार्य नहीं हो रहे हैं. इसलिए चेयरपर्सन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है.

"मेरी जान को खतरा है" : वहीं, जिला परिषद की चेयरपर्सन मंजू हुड्डा ने सोशल मीडिया के जरिए बयान जारी कर कहा कि लोकतंत्र की सरेआम हत्या की जा रही है. जिस प्रकार गाड़ियों से हथियार बरामद हुए हैं, ऐसे में उनकी जान को भी खतरा था. इस संबंध में आरोपियों के खिलाफ तुरंत कानूनी कार्रवाई होगी. साथ ही, उन्होंने कहा कि पिछले 2 दिन से छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है.

जिला परिषद में अविश्वास प्रस्ताव (ETV Bharat)

हथियारों की हो रही जांच : वहीं, आर्य नगर पुलिस स्टेशन के एसएचओ रोशन लाल ने बताया कि मीटिंग के चलते सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे. मीटिंग टल गई है. इस बीच चेकिंग के दौरान कुछ गाड़ियों से हथियार बरामद हुए हैं. जांच की जा रही है कि ये हथियार अवैध हैं या लाइसेंसी हैं.

इसे भी पढ़ें : चंडीगढ़ नगर निगम में जोरदार हंगामे के बाद बैठक रद्द, वित्तीय संकट पर बुलाई गई थी इमरजेंसी बैठक

रोहतक: जिला परिषद की चेयरपर्सन मंजू हुड्डा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर बुधवार को जिला विकास भवन में बुलाई गई मीटिंग टल गई है. मीटिंग से पहले डीसी अजय कुमार बीमार हो गए. इस वजह से अब ये मीटिंग 26 अक्टूबर को होगी. वहीं, मीटिंग स्थगित होने के बाद पुलिस टीम ने विकास भवन परिसर में खड़ी गाड़ियों की चेकिंग की तो उनमें 2 रिवाल्वर और 3 बंदूक बरामद हुई. इस संबंध में संबंधित युवकों को हिरासत में लिया गया है. पुलिस टीम एक गाड़ी को क्रेन के जरिए साथ ले गई. इस गाड़ी में भी हथियार थे और ये गाड़ी एक पार्षद की बताई जा रही है. इस बीच मंजू हुड्डा ने कहा है कि उनकी जान को बड़ा ख़तरा है.

अविश्वास प्रस्ताव के लिए आज का दिन था प्रस्तावित : गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव के दौरान जिला परिषद के 14 में से 10 पार्षदों ने चेयरपर्सन मंजू हुड्डा के खिलाफ डीसी को ज्ञापन सौंपकर अविश्वास प्रस्ताव लाने की मांग की थी. विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया संपन्न होने के बाद डीसी ने अविश्वास प्रस्ताव के लिए 23 अक्टूबर का दिन निर्धारित किया था. 2 दिन पहले जिला पार्षद नीलम हुड्डा के बेटे धैर्य का कथित तौर पर अपहरण कर लिया गया था. हालांकि वो 3 घंटे बाद सकुशल मिल गया था. इस संबंध में चेयरपर्सन मंजू हुड्डा और उसके पति राजेश सरकारी के खिलाफ सांपला पुलिस स्टेशन में अपहरण का केस दर्ज किया गया था. हालांकि मंजू हुड्डा और राजेश सरकारी ने अपहरण के आरोपों को सिरे से नकार दिया है और साजिश रचने का आरोप लगाया है.

हुड्डा के खिलाफ चुनाव भी लड़ चुकीं हैं मंजू हुड्डा : इससे पहले अगस्त माह में चेयरपर्सन ने 5 पार्षदों को मीटिंग में भाग लेने के लिए डी बार कर दिया था. मंजू हुड्डा ने बीजेपी के टिकट पर गढ़ी सांपला किलोई विधानसभा क्षेत्र से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ चुनाव भी लड़ा था, लेकिन वे हार गई थीं.

जिला परिषद के वाइस चेयरमैन अनिल हुड्डा ने बताया कि 10 पार्षद सुबह साढ़े 10 बजे ही पहुंच गए थे, लेकिन रोहतक के कुछ भाजपा नेताओं ने मीटिंग कैंसिल करा दी. अब इस संबंध में मुख्यमंत्री नायब सैनी से मुलाकात की जाएगी. पार्षद अमित रांगी और पार्षद सीमा ने कहा कि विकास कार्य नहीं हो रहे हैं. इसलिए चेयरपर्सन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है.

"मेरी जान को खतरा है" : वहीं, जिला परिषद की चेयरपर्सन मंजू हुड्डा ने सोशल मीडिया के जरिए बयान जारी कर कहा कि लोकतंत्र की सरेआम हत्या की जा रही है. जिस प्रकार गाड़ियों से हथियार बरामद हुए हैं, ऐसे में उनकी जान को भी खतरा था. इस संबंध में आरोपियों के खिलाफ तुरंत कानूनी कार्रवाई होगी. साथ ही, उन्होंने कहा कि पिछले 2 दिन से छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है.

जिला परिषद में अविश्वास प्रस्ताव (ETV Bharat)

हथियारों की हो रही जांच : वहीं, आर्य नगर पुलिस स्टेशन के एसएचओ रोशन लाल ने बताया कि मीटिंग के चलते सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे. मीटिंग टल गई है. इस बीच चेकिंग के दौरान कुछ गाड़ियों से हथियार बरामद हुए हैं. जांच की जा रही है कि ये हथियार अवैध हैं या लाइसेंसी हैं.

इसे भी पढ़ें : चंडीगढ़ नगर निगम में जोरदार हंगामे के बाद बैठक रद्द, वित्तीय संकट पर बुलाई गई थी इमरजेंसी बैठक

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