चंडीगढ़: मौसम विभाग ने हरियाणा, पंजाब, दिल्ली एनसीआर समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में मानसून पहुंचने की भविष्यवाणी कर दी है. मानसून के साथ ही कई राज्यों में भारी से बहुत भारी बरसात की संभावना जताई गई है. इन इलाकों में भयंकर बारिश को देखते हुए चंडीगढ़ मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. साथ ही लोगों को बरसात के दौरान सुरक्षित रहने के लिए कई तरह की हिदायतें भी दी है.
दिल्ली-हरियाणा में मानसून कब आयेगा?
हरियाणा, चंडीगढ़ और पंजाब के उत्तरी भागों में अगले 3-4 दिनों में दक्षिण-पश्चिम मानसून पहुंचने की प्रबल संभावना है. यानि 30 जून तक हरियाणा में मानसून पूरी तरह दस्तक दे देगा. उसके बाद प्रदेश में तेज बरसात की संभावना है. 30 जून तक पूरे हरियाणा समेत पूरे दिल्ली एनसीआर में बरसात शुरू हो जायेगी. चंडीगढ़ मौसम विभाग ने हरियाणा के कई जिलों में भयंकर बारिश की चेतावनी जारी की है.
PRESS RELEASE 1) Regarding onset of South-West Monsoon over North Punjab and favourable conditions for
— IMD Chandigarh (@IMD_Chandigarh) June 27, 2024
advance ofMonsoon over some more parts of Punjab, Haryana Chandigarh during next 2-3 days.
2) Increase in rainfall Activity over Punjab Haryana during next 28th to 30th June 24 pic.twitter.com/upIeuDOFQl
मौसम विभाग का पूर्वानुमान और चेतावनी
चंडीगढ़ मौसम विभाग ने अपने बुलेटिन में बताया है कि हरियाणा में 26 से 27 जून को कुछ स्थानों पर, 28 जून को कई स्थानों पर और 29, 30 जून को अधिकांश स्थानों पर बारिश की संभावना है. वहीं 1 और 2 जुलाई को हरियाणा के ज्यादातर जिलों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है. मौसम विभाग ने कहा है कि हरियाणा, चंडीगढ़ और पंजाब में 30 जून तक बारिश के साथ गरज-चमक भी देखने को मिलेगी.
हरियाणा के इन जिलों में भारी बारिश की भविष्यवाणी
चंडीगढ़ मौसम विभाग ने हरियाणा के कुछ जिलों में 29 और 30 जून को बहुत भारी बारिश की भविष्यवाणी की है. इनमें पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, गुरुग्राम, मेवात, पलवल, फरीदाबाद, सोनीपत, पानीपत और करनाल जिले प्रमुख रूप से शामिल हैं. इसके साथ ही महेंद्रगढ़ और रेवाड़ी जिलों में 30 जून को भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी मौसम विभाग ने जारी की है. इन जिलों के लिए 29 और 30 जून को मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.
भारी बारिश से क्या हो सकता है नुकसान?
- खुले में पड़ी कटी हुई फसलों को नुकसान हो सकता है.
- भारी बरसता से निचले इलाकों में जलजमाव हो सकता है
- नगरपालिका की सेवाओं, जैसे- पानी, बिजली आदि की समस्या उत्पन्न हो सकती है.
- जलजमाव, फिसलन भरी सड़कों और कम दृश्यता के कारण ट्रैफिक जाम हो सकता है.
भारी बरसात में क्या सावधानी रखें?
- कटी हुई फसल को खुले में ना रखें.
- जल जमाव वाले क्षेत्रों में जाने से बचें।
- कमजोर बिल्डिंग या ठिकानों के पास ना खड़े हों.
- बारिश के दौरान सावधानी से वाहन चलाएं।
- बारिश के दौरान पेड़ों के नीचे शरण ना लें.
- जल स्रोतों के पास न जाएं
अभी यहां पहुंचा है मानसून
मॉनसून की उत्तरी सीमा मुंद्रा, मेहसाणा, उदयपुर, शिवपुरी, ललितपुर, सिद्धि, चाईबासा, हल्दिया, पाकुड़, साहिबगंज और रक्सौल से होकर गुजर रहा है. अगले 3-4 दिनों में पंजाब, हरियाणा के अलावा दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के उत्तरी अरब सागर, गुजरात के बाकी भागों में आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल होने की संभावना है. वहीं राजस्थान के कुछ और हिस्से और छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, झारखंड और बिहार समेत पूर्वी उत्तर प्रदेश के अधिकांश भागों में भी मानसून पहुंच रहा है. साथ ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों और उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मी कश्मीर, लद्दाख गिलगिट के कुछ हिस्सों में अगले 3-4 दिन में मानसून पहुंचने वाला है.