चंडीगढ़/पानीपत: हरियाणा में दस लोकसभा सीटों पर मतदान जारी है. ऐसे में लोग काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं. वोटिंग करने पहुंच रहे लोगों का कहना है कि उनको हर हाल में वोट करना है. वहीं, पानीपत की बात करें तो बूथों पर लंबी-लंबी कतारें सुबह से ही लगी हुई है. ऐसे में बूथ नंबर 56 पर भारी संख्या में पहुंचे लोग कतारों में लगे हुए हैं. गर्मी अधिक होने के बावजूद भी लोगों के उत्साह में कोई बदलाव नहीं है. क्योंकि उनका मानना है कि इस बार सियासत में बदलाव करना है.
वोटर इन क्यू ऐप का करें इस्तेमाल: वहीं, लोगों को बूथ तक आने के लिए भी बड़ी समस्या का सामना करना पड़ रहा है. यहां पुलिस द्वारा मोबाइल फोन मतदान केंद्र से बाहर रखने को कहा जा रहा है. परिवार के दो सदस्य साथ आए हैं तो वह बारी-बारी मोबाइल पकड़कर अपना वोट डालने जा रहे हैं. जबकि कोई अकेला आया है तो वह मतदान किए बिना वापस लौट रहा है. गर्मी होने के कारण ईटीवी भारत आप से अनुरोध कर रहा है कि आप घर से इलेक्शन कमिशन की ऐप वोटर इन क्यू का इस्तेमाल करें. इससे लोगों को अपने एरिया के मतदान केंद्र की पूरी जानकारी मिलेगी. कितने वोटर लाइन में है और कितने अभी मतदान कर चुके हैं. लाइनकों से बचने के लिए ऐप का सहारा लें.
115 साल के बुजुर्ग ने किया मतदान: हरियाणा के सबसे बड़ी उम्र के चौथे बुजुर्ग लखीशेख ने गांव रसलापर के सरकारी स्कूल में मतदान किया. परिवार के 500 सदस्यों ने लख्खी शेख के कहने पर ही मतदान किया. बुजुर्ग की उम्र सरकारी रिकॉर्ड में 115 साल है. जबकि लख्खी शेख का दावा है की उसकी उम्र 130 साल है.
बुजुर्गों में मतदान का उत्साह: वहीं, आपको बता दें कि हीट वेव के बीच बुजुर्गों का भी उत्साह जबरदस्त नजर आ रहा है. दरअसल, कैथल में 108 वर्षीय चमेली देवी को मतदान करवाने पहुंचे परिजनों ने बताया कि बुजुर्ग ने बूथ पर से ही वोट डालने की बात कही. इसलिए उन्हें बूथ पर वोटिंग के लिए लाया गया. वहीं, करनाल में 76 वर्षीय दिव्यांग महिला प्यार कौर भी बूथ पर वोटिंग करने पहुंचीं. इसके अलावा, और भी बुजुर्ग बूथों पर वोटिंग के लिए पहुंच रहे हैं. वहीं, महिलाओं में भी इस बार खासा उत्साह नजर आ रहा है. महिलाएं सुबह-सुबह ही बूथों पर वोटिंग के लिए पहुंचीं.
कुरुक्षेत्र में बुजुर्ग महिला वोटर का आरोप: वहीं, कुरुक्षेत्र में बूथ नंबर 157 पर वोट डालने आई मिर्जापुर गांव की 87 वर्षीय नारायणी देवी का आरोप है कि पोलिंग बूथ पर बैठे कर्मचारियों द्वारा उनकी वोट जबरदस्ती भाजपा के पक्ष में डाली गई. जबकि उनका कहना है कि वह शुरू से ही कांग्रेस को वोट डालती आई हैं. इस बार उनको कांग्रेस यानी झाड़ू पर वोट डालनी थी. लेकिन कर्मचारियों की लापरवाही के चलते बिना पूछे ही कमल पर बटन प्रेस कर दिया.