करनाल: हरियाणा सरकार ने हिम्मत सिंह को हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन का नया चेयरमैन नियुक्त किया है. लोकसभा चुनाव के चलते आचार संहिता लागू होने के कारण नियुक्ति की घोषणा नहीं की गई है. सरकार ने इसके लिए भारत निर्वाचन आयोग (ECI) से अनुमति मांगी है. अनुमति मिलते ही आधिकारिक रूप से उनकी नियुक्ति की जाएगी. वहीं, हरियाणा में रोड बिरादरी को HSSC का अध्यक्ष नियुक्त करने को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है.
विपक्ष को सीएम ने दिया जवाब: जैसे ही हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन बोर्ड के अध्यक्ष पद पर रोड बिरादरी के हिम्मत सिंह को नियुक्त किया गया. वैसे ही हरियाणा में इस मुद्दे पर सियासी पारा चढ़ गया है. विपक्ष का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी द्वारा चुनाव के समय में यह नियुक्ति वोट बैंक को साधने के लिए की गई है. वहीं, इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री नायब सैनी का बयान आया है जिसमें उन्होंने पलटवार करते हुए कहा कि सरकार का इस पद से कोई भी लेना-देना नहीं है. यह एक संवैधानिक पद है. जिसकी नियम अनुसार नियुक्ति की जाती है.
HSSC अध्यक्ष बनते ही सियासी घमासान शुरू: बता दें कि 2 दिन पहले ही हरियाणा में हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन बोर्ड के अध्यक्ष की नियुक्ति की गई है. रोड बिरादरी से संबंध रखने वाले एडवोकेट हिम्मत सिंह को हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया है. लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी का यह एक मास्टर स्ट्रोक साबित हो सकता है. क्योंकि बिरादरी से एडवोकेट हिम्मत सिंह को अध्यक्ष बनने के चलते अब भारतीय जनता पार्टी रोड बिरादरी के वोट बैंक पर सेंध लगा सकती है. जिसका प्रभाव हरियाणा में करीब पांच लोकसभा सीटों पर पड़ेगा.
5 लोकसभा सीटों पर पड़ेगा असर!: अगर हरियाणा में रोड बिरादरी की बात करें तो हरियाणा में ज्यादातर रोड बिरादरी करनाल लोकसभा और कुरुक्षेत्र लोकसभा पर अपना सीधा प्रभाव रखती है. इसके साथ-साथ रोड बिरादरी का वोट बैंक अंबाला लोकसभा हिसार लोकसभा और सोनीपत लोकसभा में भी है. जिसके चलते अब अनुमान लगाया जा रहा है कि हरियाणा में 5 लोकसभा सीटों पर बीजेपी को सीधा फायदा होता हुआ दिखाई दे रहा है. क्योंकि एक बार फिर से रोड बिरादरी के लोग भारतीय जनता पार्टी के साथ खड़े होते हुए दिखाई दे रहे हैं.
रोड बिरादरी ने वोटिंग का किया था बहिष्कार: आपको बता दें की रोड बिरादरी का सबसे ज्यादा प्रभाव करनाल लोकसभा सीट और कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट पर है. ऐसे में रोड बिरादरी के लोगों द्वारा पिछले काफी समय से मांग की जा रही थी कि कुरुक्षेत्र और करनाल लोकसभा सीट पर उनकी बिरादरी से एक-एक प्रत्याशी केंद्रीय पार्टी के द्वारा दिया जाए. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. जिसके चलते रोड समाज ने एक पंचायत करके निर्णय लिया था कि उनकी बिरादरी का किसी नेता को प्रत्याशी न बनाए जाने के चलते वह आने वाले लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस पार्टी का विरोध करेंगे. लेकिन चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी द्वारा एक मास्टर स्ट्रोक खेला गया है. जिसके चलते अब रोड बिरादरी को HSSC अध्यक्ष पद पर रोड बिरादरी के व्यक्ति की नियुक्ति किया गया.
बीजेपी से रोड बिरादरी में खुशी की लहर: हरियाणा सरकार में हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन बोर्ड का अध्यक्ष रोड बिरादरी से बनाए जाना बीजेपी का एक मास्टर स्ट्रोक दिखाई दे रहा है. जिसके चलते रोड बिरादरी में भी खुशी की लहर है. रोड बिरादरी के लोगों द्वारा करनाल धर्मशाला में इकट्ठे होकर एडवोकेट हिम्मत सिंह को अध्यक्ष बनने के बाद लड्डू बांटकर खुशी जाहिर की गई. इस मौके पर रोड समाज के पूर्व प्रधान नसीब कारसा ने कहा कि रोड बिरादरी के लिए यह एक बहुत ही अच्छी उपलब्धि है कि उनकी बिरादरी के एक व्यक्ति को हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया है. जिसके चलते वह भारतीय जनता पार्टी का धन्यवाद करते हैं, उनके बयानों से सीधा जाहिर हो रहा है कि वह अब भारतीय जनता पार्टी का समर्थन कर रहे हैं.
कांग्रेस को होगा नुकसान!: यदि करनाल लोकसभा सीट की बात करें यहां पर रोड बिरादरी से मराठा वीरेंद्र वर्मा एनसीपी की टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. जिनको समर्थन इंडियन नेशनल लोकदल पार्टी के द्वारा दिया गया है. कहीं ना कहीं यह अब मराठा वीरेंद्र वर्मा के लिए मुश्किलें खड़ी कर देने वाला पल है. क्योंकि अब रोड बिरादरी के कुछ लोग भारतीय जनता पार्टी का गुणगान करने लगे हैं. वहीं, इसका सीधा प्रभाव कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी पर भी पड़ने वाला है. क्योंकि भाजपा और कांग्रेस पार्टी से नाराज चल रही रोड बिरादरी भारतीय जनता पार्टी के समर्थन में खड़ी होती हुई दिखाई दे रही है. अब देखने वाली बात है यह होगी कि आने वाले लोकसभा चुनाव में यह भारतीय जनता पार्टी के लिए कितना फायदेमंद होने वाला है.
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