चंडीगढ़: मैराथन बैठकों के बाद बीजेपी ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए 90 में से 67 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है. जिसमें पार्टी ने दो दर्जन के करीब नए चेहरों के साथ पुराने चेहरों पर दांव खेला है. वहीं तीन मंत्रियों के टिकट पर भी कैंची चला दी है. इस सूची के सामने आने के बाद कई नेताओं ने बगावती तेवर भी इख्तियार कर लिए हैं.
तीन मंत्रियों समेत नौ विधायकों के टिकट कटे: बीजेपी ने अपनी पहली सूची में तीन मंत्रियों सहित नौ विधायकों के टिकट काट दिए हैं. जिनमें पलवल से विधायक दीपक मंगला, फरीदाबाद से नरेंद्र गुप्ता, गुरुग्राम से सुधीर सिंगला, बवानीखेड़ा से विशंभर वाल्मीकि, रनियां से कैबिनेट मंत्री रणजीत चौटाला, अटेली से सीताराम यादव, जूनियर महिला कोच के यौन उत्पीड़न के आरोपी पिहोवा से विधायक और पूर्व मंत्री संदीप सिंह, सोहना से राज्य मंत्री संजय सिंह तो वहीं रतिया से लक्ष्मण नापा की टिकट काटी गई है.
अन्य दलों से पार्टी में आए नेताओं को मिली तवज्जो: बीजेपी की पहली सूची में उन लोगों को भी टिकट मिली है. जो हाल ही में जींद और दिल्ली में कुछ दिन पहले पार्टी में शामिल हुए थे. इनमें जननायक जनता पार्टी के तीन विधायक जो हाल ही में बीजेपी में आए, उनको टिकट मिली है. जिनमें पूर्व मंत्री देवेंद्र बबली, अनूप धानक और रामकुमार गौतम शामिल हैं. वहीं अंबाला मेयर शक्ति रानी शर्मा और सुनील सांगवान को भी पार्टी में शामिल होती ही उम्मीदवार बनाया गया है. इसके साथ ही सोनीपत से उम्मीदवार निखिल मदान, श्याम सिंह राणा और संजय काबलना भी इस लिस्ट में शामिल हैं.
अपनों को टिकट दिलाने में कामयाब हुए दिग्गज: बीजेपी को परिवारवाद से दूर माना जाता है, लेकिन बीजेपी की पहली सूची में पार्टी के दिग्गज नेता अपनों को टिकट दिलाने में कामयाब हो गए. इनमें केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत की बेटी आरती राव अटेली से, राज्यसभा सांसद किरण चौधरी की बेटी श्रुति चौधरी तोशाम से, कुलदीप बिश्नोई के बेटे भव्य बिश्नोई आदमपुर से, करतार भड़ाना के बेटे मनमोहन भड़ाना समालखा से, सतपाल सांगवान के बेटे सुनील सांगवान दादरी से उम्मीदवार बनाए गए हैं.
पहली लिस्ट में आठ महिला उम्मीदवार: बीजेपी की पहली लिस्ट में आठ महिला उम्मीदवारों को भी मौका दिया गया है. इनमें कालका से शक्ति रानी शर्मा, मुलाना से संतोष सरवन, कलायत से कमलेश ढांडा, रतिया से सुनीता दुग्गल, तोशाम से श्रुति चौधरी, गढ़ी सांपला किलोई से मंजू हुड्डा, कलानौर से रेनू डाबला और अटेली से आरती राव शामिल हैं.
एक खिलाड़ी बाहर, एक अंदर: जूनियर महिला कोच के यौन उत्पीड़न के आरोपी पूर्व खेल मंत्री और हॉकी खिलाड़ी संदीप सिंह का पार्टी ने पिहोवा से टिकट काट दिया है. उनके खिलाफ चंडीगढ़ जिला अदालत में मामला चल रहा है. पार्टी ने कबड्डी खिलाड़ी दीपक हुड्डा को महम सीट से उम्मीदवार बनाया है. दीपक हुड्डा पेशेवर कबड्डी खिलाड़ी और देश की कबड्डी टीम के पूर्व कप्तान हैं.
राज्यसभा सांसद के साथ दो पूर्व सांसद भी चुनावी मैदान में: बीजेपी की सूची में जो सबसे हैरान करने वाली बात दिखाई दी है. वो है मौजूदा राज्यसभा सांसद कृष्ण लाल पंवार को चुनावी मैदान में उतरना. उन्हें इसराना आरक्षित सीट से पार्टी ने मैदान में उतारा है. वहीं दो पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल और अरविंद शर्मा को भी पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है. सुनीता दुग्गल को रतिया आरक्षित सीट से, तो अरविंद शर्मा को गोहाना से मैदान में उतारा गया है.
2019 में हारने वाले नेता भी मैदान में: पार्टी ने अपनी पहली सूची में 2019 के विधानसभा चुनाव हारने वाले नेताओं को भी इस बार मैदान में उतारा है. जिनमें पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु नारनौंद, पूर्व मंत्री और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़ बादली, पूर्व मंत्री विपुल गोयल जिनको 2019 में टिकट नहीं मिला था, फरीदाबाद से और राव नरबीर को बादशाहपुर से उम्मीदवार बनाया है.