कुरुक्षेत्र: हरियाणा में 5 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान हो चुका है. अब कल यानी 8 अक्टूबर को चुनावी नतीजे आएंगे. ऐसे में सवाल ये कि करनाल, कुरुक्षेत्र और कैथल से कौन-कौन से ऐसे प्रत्याशी हैं, जो विधायक बन सकते हैं. इसी को लेकर हम इस रिपोर्ट में आपको बताएंगे कि यहां क्या समीकरण बन रहे हैं. कौन विधायक बन रहा है और कौन सी सीट पर कांटे की टक्कर दिखाई दे रही है.
लाडवा है सबसे हॉट सीट: कुरुक्षेत्र से शुरुआत करते हुए बता दें कि इस जिले के अंदर लाडवा, थानेसर, शाहाबाद और पिहोवा चार विधानसभा सीटें आती है. यहां मुकाबला काफी दिलचस्प है. क्योंकि लाडवा से नायब सिंह सैनी और कांग्रेस के प्रत्याशी मेवा सिंह आमने-सामने चुनावी मैदान में है. इसलिए लाडवा सीट को हॉट सीट माना जा रहा है. कांग्रेस प्रत्याशी मेवा सिंह जाट बिरादरी से संबंध रखते हैं, ऐसे ही यहां से जाट बिरादरी से इनेलो के प्रत्याशी सामने है. तो कहीं, न कहीं वोट बंटता हुआ नजर आ रहा है. लेकिन फिर भी बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही कांटे की टक्कर मानी जा रही है.
थानेसर-शाहाबाद विधानसभा सीट: थानेसर विधानसभा सीट पर बीजेपी से पूर्व मंत्री सुभाष सुधा चुनावी मैदान में हैं, तो वहीं कांग्रेस पार्टी से पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा. 2019 का चुनाव भी यहां पर जोरदार था. ऐसे में इस बार भी यहां पर दोनों पर कांटे की टक्कर दिखाई दे रही है. दोनों में से यहां पर कोई भी बाजी मार सकता है. उधर, शाहाबाद विधानसभा सीट पर कांग्रेस पार्टी ने विधायक रामकरण काला को अपना प्रत्याशी बनाया हुआ है. जबकि भाजपा ने द्वारा सुभाष कलसाना को चुनावी रण में उतारा है. यहां पर कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी की जीत होती हुई दिखाई दे रही है.
पिहोवा विधानसभा सीट: यहां पर कांग्रेस पार्टी द्वारा मनदीप सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया गया है. जबकि भारतीय जनता पार्टी द्वारा जय भगवान शर्मा डीडी को प्रत्याशी बनाया गया है. इस सीट को सिख समाज की सीट माना जाता है. जिसके चलते यहां पर कांग्रेस पार्टी के मनदीप सिंह काफी अच्छा जन समर्थन जुटाए हुए हैं. लेकिन उनके सामने जय भगवान शर्मा भाजपा प्रत्याशी भी पिछले एक सप्ताह से काफी मजबूत हो चुके हैं. ऐसे में यहां पर कांटे की टक्कर दिखाई दे रही है. यहां पर अभी यह आकलन लगाना मुश्किल है कि कौन जीत हासिल करेगा. बहरहाल चुनावी नतीजों के लिए 8 अक्टूबर का इंतजार रहेगा.
करनाल: इसके साथ ही बात करते हैं करनाल की. करनाल जिले में कुल पांच विधानसभा सीटें हैं. जहां कई सीटों पर कांटे की टक्कर है. करनाल विधानसभा सीट पर पिछले 10 सालों से मनोहर लाल और नायब सैनी विधायक रह चुके हैं. जिसके चलते करनाल को सीएम सिटी भी कहा जाता था. अब यहां पर भारतीय जनता पार्टी में पूर्व जिला अध्यक्ष जगमोहन आनंद को अपना प्रत्याशी बनाया है. तो वहीं कांग्रेस पार्टी ने पूर्व विधायक सुमिता सिंह को प्रत्याशी बनाया है. लेकिन यहां पर कांग्रेस प्रत्याशी काफी भारी दिखाई दे रहे हैं और उनकी जीत होती हुई दिखाई दे रही है.
इंद्री-घरौंडा विधानसभा सीट: इंद्री विधानसभा पर कांग्रेस पार्टी ने रामकुमार कश्यप को अपना प्रत्याशी बनाया है. जो मौजूदा विधायक हैं.जबकि बीजेपी ने राकेश कंबोज को अपना प्रत्याशी बनाया है. यहां पर दोनों में कांटे की टक्कर दिखाई दे रही है. वहीं, घरौंडा में पिछले दो प्लान से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी रहे हरविंदर कल्याण विधायक बनते आ रहे हैं. तीसरी बार भी बीजेपी ने उनको प्रत्याशी बनाया है. तो वहीं उनके सामने कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी पूर्व विधायक वीरेंद्र राठौर भी चुनावी रण में है. ऐसे में कांटे की टक्कर दिखाई दे रही है. इन दोनों में कौन जीत हासिल करेगा यह 8 तारीख को ही स्पष्ट होगा.
नीलोखेड़ी-असंध विधानसभा सीट: नीलोखेड़ी विधानसभा सीट पर पूर्व विधायक भगवान दास कबीर पंथी को भारतीय जनता पार्टी ने अपना प्रत्याशी बनाया है. तो वहीं कांग्रेस पार्टी के द्वारा विधायक धर्मपाल को अपना प्रत्याशी बनाया है. यहां भी दोनों में कांटे की टक्कर दिखाई दे रही है. अभी यह कहना मुश्किल है कि यहां पर कौन जीत सकता है. यहां पर कांग्रेस पार्टी के द्वारा मौजूदा विधायक शमशेर सिंह गोगी को प्रत्याशी बनाया गया है. तो वहीं भारतीय जनता पार्टी ने जिला अध्यक्ष योगेंद्र राणा को प्रत्याशी बनाया है. यहां पर कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी की जीत होती हुई दिखाई दे रही है.
कैथल: कैथल जिले में चार विधानसभा सीटें आती हैं. जहां पर कैथल विधानसभा सीट, पुंडरी विधानसभा सीट, कलायत विधानसभा सीट और गुलहा विधानसभा सीट है. कैथल विधानसभा सीट पर पूर्व मंत्री और विधायक रणदीप सिंह सुरजेवाला के बेटे कांग्रेस पार्टी के द्वारा प्रत्याशी बनाए गए हैं. तो वहीं भारतीय जनता पार्टी द्वारा मौजूदा विधायक लीलाराम गुर्जर को प्रत्याशी बनाया गया है. यहां पर कांग्रेस पार्टी की जीत होती हुई दिखाई दे रही है.
कलायत-गुलहा विधानसभा सीट: पूर्व केंद्रीय मंत्री और विधायक जयप्रकाश के बेटे विकास को कांग्रेस पार्टी ने अपना प्रत्याशी बनाया है. तो वहीं भारतीय जनता पार्टी के द्वारा पूर्व मंत्री कमलेश डांडा को अपना प्रत्याशी बनाया है. यहां पर भी कांग्रेस पार्टी की जीत होती हुई दिखाई दे रही है. गुलहा विधानसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व विधायक कुलवंत बाजीगर को अपना प्रत्याशी बनाया है. तो वहीं कांग्रेस पार्टी के द्वारा देवेंद्र हंस को अपना प्रत्याशी बनाया है. यहां पर भी कांग्रेस पार्टी की जीत होती हुई दिखाई दे रही है.
पुंडरी विधानसभा सीट: यह सीट हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों में सबसे अलग सीट मानी जाती है. क्योंकि यहां पर पिछले 30 सालों से आजाद प्रत्याशी ही विधायक बनते आ रहे हैं. इस बार यहां पर आजाद प्रत्याशी सतबीर सिंह, कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी पूर्व विधायक सुल्तान जड़ौला और भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी सतपाल जांबा में कांटे की टक्कर दिखाई दे रही है. लेकिन कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी एक ही बिरादरी रोड़ बिरादरी से आते हैं. जिसके चलते दोनों केंद्रीय पार्टियों के प्रत्याशियों की वोट बढ़ती हुई दिखाई दे रही है. ऐसे में यहां पर अनुमान लगाया जा रहा है कि यहां पर आजाद प्रत्याशी सतबीर सिंह जीत हासिल कर सकते हैं.
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