देहरादून: देश में लोकसभा चुनाव का शोर है. इस चुनावी शोर में एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप का दौर भी जारी है. इन चुनावों में भी टैग की राजनीति शुरू हो गई है. बीजेपी राहुल गांधी को ‘पप्पू’ कहकर संबोधिक कर उन्हें घेरने का काम करती है. वहीं, अब भाजपा के 'प्रोजेक्ट पप्पू' धराशायी करने के लिए कांग्रेस ने नया अभियान शुरू किया है. उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने 'मैं हूं पप्पू अभियान' शुरू किया है. इस अभियान के जरिये हरीश रावत 'पप्पू' और 'गप्पू' का अंतर देश को बताने का करते हुए पीएम मोदी को घेर रहे हैं.
दरअसल, आजकल पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत 'पप्पू' और 'गप्पू' को लेकर अपने पुत्र वीरेंद्र रावत का धुआंधार चुनावी प्रचार कर रहे हैं. उन्होंने 'गप्पू' और 'पप्पू' का अंतर बताया. हरीश रावत ने कहा 'मैं भी लोकसभा का सदस्य रहा हूं, लेकिन, मेरी मां मुझको हमेशा पप्पू ही कहा करती थी. 'पप्पू' प्यार और दुलार का शब्द है, मगर गप्पू शब्द इस बात का प्रमाण है कि इस व्यक्ति की कथनी और करनी में बड़ा फर्क है. गप्पू केवल जुमलेबाजी करता है'
हरीश रावत के इस अभियान का समर्थन कांग्रेस पार्टी ने किया है. पार्टी के प्रदेश महामंत्री नवीन जोशी ने कहा हिंदुस्तान में ऐसे कई करोड़ों लोग होंगे जिनके घर में प्यार से किसी न किसी को पप्पू पुकारा जाता है, इसलिए हरीश रावत ने यही कहा है कि गप्पू और पप्पू में बहुत फर्क है. इसकी तुलना उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से की है. पीएम मोदी ने 10 वर्ष के कार्यकाल में पीएम मोदी ने देश की जनता को जुमले के सिवा कुछ नहीं दिया. उन्होंने देश की जनता से काला धन लाने, 2 करोड़ नौकरियां प्रतिवर्ष दिए जाने, किसानों की आय दोगुनी करने के वादे किए थे, लेकिन, यह सभी वादे जुमले ही साबित हुए. नवीन जोशी ने कहा हरीश रावत ने यदि इस अभियान की शुरुआत की है तो उन्होंने कोई नहीं किया है. समूची कांग्रेस इसका पुरजोर समर्थन करती है.