हरिद्वारः संसाधनों और जागरूकता की कमी के कारण अशिक्षित रह जाने वाले बच्चों के जीवन में हरिद्वार का एक सामाजिक संगठन शिक्षा का दीप जला रही है. हर दिन हरिद्वार के हरकी पैड़ी के पास स्कूल लगाया जाता है. स्कूल में दर्जनों बच्चों को निशुल्क शिक्षा दी जाती है.
इंसान के सामाजिक विकास के लिए शिक्षा बेहद जरूरी है. लेकिन संसाधनों की कमी और माता-पिता के अशिक्षित होने के कारण कई नौनिहाल स्कूल की दहलीज तक नहीं पहुंच पाते. हरिद्वार में हर की पैड़ी और आसपास छोटे-मोटे काम कर पेट पालने वाले लोगों के बच्चों को भी स्कूल नसीब नहीं होता है. ऐसे में 'अभिप्रेरणा' नाम की एक सामाजिक संस्था ने आगे आकर बच्चों के जीवन में शिक्षा का दीप जलाने की कोशिश की है. खास बात ये है कि संस्था द्वारा बच्चों को पढ़ाई के साथ किताबें और जरूरी सामान भी मुहैया कराया जा रहा है. सेवा की भावना रखने वाले पढ़े लिखे युवा संगठन के साथ मिलकर बच्चों को पढ़ने में मदद करते हैं.
हरिद्वार के मेला नियंत्रण भवन के पास गरीब बच्चों के लिए खुले आसमान के नीचे स्कूल लगाया जाता है. 30 से 40 नौनिहाल ककहरा सीखते हैं. इन बच्चों के माता-पिता भी बच्चों को शिक्षा दिए जाने से संतुष्ट हैं. उनका कहना है कि बच्चों को स्कूल भेज पाना संभव नहीं है. अगर बच्चे पढ़ना लिखना भी सीख पाए तो उनके लिए जीवन की राह आसान होगी.
सामाजिक संगठन का निर्धन बच्चों के लिए शिक्षा की राह खोलने का प्रयास सराहनीय है. हालांकि, संसाधनों की कमी के कारण इस संगठन को भी काफी दिक्कतें उठानी पड़ रही है. लिहाजा अभिप्रेरणा संगठन के संचालक ने सरकार से भी मदद की मांग की है.
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