मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर: जिले के खड़गवां विकासखंड इलाके में बेमौसम हुई बारिश और ओले गिरने से किसानों को भारी नुकसान हुआ है. किसानों की जो फसले खेतों में खराब हुई हैं उसमें गेहूं, चना, आम, प्याज शामिल हैं. किसानों का कहना है कि तेज हवाओं के साथ पहले बारिश हुई फिर बारिश के साथ ओले गिरने लगे. बारिश और ओलों की मार से खेतों में किसानों की खड़ी फसलें पूरी तरह से तबाह हो गई. मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए किसानों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं. मौसम विभाग की मानें तो तूफानी हवाओं का जोर इलाके में रहेगा. तेज हवाओं के चलते पहले ही किसानों की फसले खराब हो चुकी हैं. आगे भी अगर हवा तेज चलती रही तो बची खुची फसल भी खराब हो जाएगी. बेमेतरा में बेमौसम बारिश से टूटा किसानों पर कहर, ओलावृष्टि ने मचाया खेतों में गदर
बारिश और ओलों ने तोड़ी किसानों की कमर: किसानों का कहना है कि आम की फसल जो अभी आनी शुरु हुई थी उसके सारे फल ओलों की मार में गिर गए. चने की फसल को भी बारिश और ओलों ने काफी नुकसान पहुंचाया है. कुछ किसानों की तो पूरी की पूरी फसल ही तबाह और बर्बाद हो गई है. बारिश और आंधी के चलते खड़गवां विकासखंड में बिजली भी गुल हो गई. बिजली गुल होने के चलते लोग अंधेरे में परेशान होते रहे. किसानों का कहना है कि फरवरी के महीने में इस तरह का मौसम फसलो के लिए खतरनाक है. किसान जल्द ही गेहूं और चने की फसल को काटने की तैयारी में थे.
ज्वार और सब्जियों की खेती भी तबाह: गर्मी के मौसम में काटे जाने वाली ज्वार की फसल भी बैमौसम बारिश की भेंट चढ़ गई. जिन किसानों ने हरी सब्जियों की खेती लगा रही थी उनकी फसलों को भी काफी नुकसान हुआ है. किसानों को उम्मीद है कि जल्द ही कृषि विभाग के अधिकारी फसलों का मुआयना करने आएंगे. किसान चाहते हैं कि बेमौसम बारिश होने से जो फसल खराब होती है उसका मुआवजा उनको जल्द मिले.