गुना। मध्य के गुना से दिल को झकझोर देने वाली तस्वीर सामने आई है. मुक्तिधाम में टीनशेड नहीं होने के कारण परिजन को तिरपाल लगाकर मृतक का अंतिम संस्कार करना पड़ा. बात सिर्फ यही एक घटना की नहीं है. बरसात के मौसम में किसी की भी मृत्यु हो जाती है तो ग्रामीणों को अंतिम संस्कार ऐसे ही करना पड़ता है. प्रशासन की अनदेखी का खामियाजा ग्रामीणों और शोकाकुल परिजन को भुगतना पड़ रहा है.
चिता के उपर तिरपाल लगाकर किया अंतिम संस्कार
मामला गुना जिले के मधुसूदनगढ़ तहसील क्षेत्र के बुढ़ाना ग्राम पंचायत का है. ग्राम पंचायत द्वारा भरेड़ नदी के पास मुक्तिधाम बनावाया गया है. लेकिन मुक्तिधाम के ऊपर टीनशेड़ अभी तक नहीं लगी है. बुढ़ाना गांव निवासी धर्मेन्द्र भील की पत्नी सीमा भील (22) का 8 दिन पहले प्रसव हुआ था. प्रसव के बाद से उसकी तबीयत लगातार बिगड़ती गई और उसने गुरुवार को दम तोड़ दिया. सीमा का शव उसके परिजन अंतिम संस्कार के लिए भेरड़ नदी के पास ग्राम पंचायत द्वारा बनवाए गए मुक्तिधाम लेकर पहुंचे. जब शव के जलाया जाने लगा उसी दौरान अचानक बारिश होने लगी. मुक्तिधाम में टीनशेड नहीं होने की वजह से परिजन बांस- बल्ली के सहारे चिता के ऊपर तिरपाल लटकाकर खड़े रहे, तब जाकर कहीं शव का अंतिम संस्कार हो सका.
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हर साल बारिश में यही हाल रहता है
ग्रामीणों ने तिरपाल से छांव करके जलती चिता का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. परिजन सहित ग्रामीणों में काफी गुस्सा देखने को मिला. घटना शासन के चहुंमुखी विकास के दावों की पोल खोल रही है. ग्रामीणों का कहना है कि, मुक्तिधाम में टीनशेड नहीं होने के कारण हर साल बारिश के मौसम में यही हाल होता है.