हल्द्वानी: बीती 8 फरवरी को हल्द्वानी हिंसा की मुख्य वजह मलिक का बगीचा रहा है. जहां अतिक्रमण हटाने के दौरान पूरा बवाल हुआ था. इसी कड़ी में कर्फ्यू हटने के बाद ईटीवी भारत की टीम ने मलिक का बगीचा घटनास्थल का जायजा लिया. जहां हालात सामान्य हैं, लेकिन बनभूलपुरा के मलिक का बगीचा पैरामिलिट्री फोर्स और पुलिस के जवानों के निगरानी में है.
ईटीवी भारत की ग्राउंड रिपोर्ट में पाया है कि मलिक का बगीचा के सरकारी भूमि पर बने अवैध मदरसा और नमाज स्थल को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया गया है. जिला प्रशासन की निगरानी में मलबा हटाने का काम चल रहा है. फिलहाल, मलिक के बगीचे घटनास्थल के आसपास स्थानीय लोगों को छोड़कर बाहरी लोगों के आवाजाही पर प्रतिबंध लगा हुआ है. मलिक के बगीचे में अभी भी भारी मात्रा में ध्वस्त किए गए अतिक्रमण के मलबे को हटाने का काम चल रहा है.
बता दें कि जिला प्रशासन ने बनभूलपुरा क्षेत्र से कर्फ्यू हटा लिया है. स्थिति सामान्य बनी हुई है. दुकान खुली हुई है, लेकिन लोगों का आवागमन कम नजर आ रहा है. उत्तराखंड पुलिस के जवान लगातार निगरानी बनाए हुए हैं. लोगों से अपील की जा रही है कि किसी भी तरह के कोई भी भड़काऊ बयान जारी न करें. स्थिति को लेकर जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन 24 घंटे निगरानी कर रहा है. मलिक के बगीचे में भारी संख्या में पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स के जवान तैनात हैं.
वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की घोषणा के बाद वहां पर अस्थायी पुलिस चौकी खोली गई है. जिला प्रशासन की ओर से खाली कराया गया बनभूलपुरा मलिक बगीचा भूमि को पुलिस विभाग, बाल विकास विभाग और सूचना विभाग को देने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है. जिसके लिए जिलाधिकारी वंदना को निर्देशित किया गया है. बताया जा रहा है कि उक्त भूमि को इन तीनों विभागों को आवंटित किया जाएगा.
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