नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के ट्यूबवेल ऑपरेटर्स बुधवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. गुरुवार को हड़ताल का दूसरा दिन है. कर्मचारियों का कहना है कि पिछले 4 से 5 महीनों से उन्हें वेतन नहीं मिला है और दीपावली जैसे महत्वपूर्ण त्योहार पर मिलने वाला बोनस भी इस बार नहीं दिया गया. इस स्थिति ने कर्मचारियों के लिए अपने घरेलू खर्चों को उठाना भी कठिन बना दिया है. धरनास्थल पर जुटे हुए कर्मचारियों ने कहा है कि यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जाती.
स्थानीय देसी मजदूर संगठन "किसान मजदूर संघर्ष मोर्चा" के प्रतिनिधि बृजेश भाटी ने कहा कि प्राधिकरण द्वारा पंप ऑपरेटर्स को दी जाने वाली सैलरी में नोएडा प्राधिकरण के पंप ऑपरेटर्स की तुलना में काफी असमानता है. यह असमानता कर्मचारियों में आक्रोश को बढ़ा रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि प्राधिकरण के अधिकारियों और ठेकेदारों के बीच भ्रष्टाचार के चलते उन्हें उनका हक नहीं मिल पा रहा है.
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कर्मचारियों की प्रमुख मांग: धरने पर बैठे ट्यूबवेल ऑपरेटर्स की प्रमुख मांगों में शामिल है कि उन्हें जेम पोर्टल से जोड़ा जाए, ताकि उनकी कार्य स्थिति और वेतन की प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित की जा सके. साथ ही वे नोएडा प्राधिकरण के पंप ऑपरेटर्स के समान वेतन और स्वास्थ्य एवं भविष्य के लिए आवश्यक ईएसआई और पीएफ जैसी सुविधाओं की मांग कर रहे हैं.
प्रदर्शन में शामिल बृजेश भाटी ने कहा कि हमारी मांगें सरल हैं. हमें न केवल अपने हक के अनुसार वेतन मिलना चाहिए, बल्कि स्वास्थ्य और भविष्य के लिए आवश्यक सुविधाएं भी मिलनी चाहिए. हम आशा करते हैं कि प्राधिकरण हमारी समस्याओं को समझेगा और जल्दी ही उचित कदम उठाएगा.
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