जीपीएम: साल 2017 में हुई हत्या के केस में पुलिस ने सात साल बाद दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए लोगों में मृतक का बड़ा भाई और उसका दोस्त शामिल है. पुलिस के मुताबिक हत्या की वारदात को इन दो लोगों ने मिलकर अंजाम दिया. हत्या के वक्त मृतक अपने तीन साल के बेटे के साथ खेत में बनी झोपड़ी में सो रहा था. सोते वक्त हत्यारों ने धारदार हथियार से उसका गला रेत दिया. एसपी के निर्देश पर हत्या के पुराने केसों की जांच जिले में चल रही है. उसकी कड़ी में पुलिस ने इस हत्यारों को सबूतों के आधार पर गिरफ्तार किया.
सात साल बाद पकड़े गए हत्यारे: पुलिस के मुताबिक हत्या का आरोपी बड़ा भाई अक्सर शराब के नशे में घर में कलह किया करता था. घर में आए दिन होने वाले हंगामे और विवाद से मृतक छोटा बड़ा भाई परेशान रहता था. पुलिस का कहना है कि मृतक युवक अक्सर बड़े भाई को रोकता टोकता था. इस बात से आरोपी काफी नाराज रहता था. वारदात वाले दिन जब छोटा भाई खेत में बनी कुटिया में सो रहा था उस वक्त बड़ा भाई अपने साथ के साथ मौके पर पहुंचा. दोनों आरोपियों ने सो रहे गोपाल सिंह पेंद्रो पर जानलेवा हमला कर दिया. हमले में उसकी मौके पर ही मौत हो गई.
सायबर पुलिस की मदद से हमने नए सिरे से मामले की जांच आगे बढ़ाई. जांच के दौरान हमें दोनों आरोपियों के खिलाफ पक्का सबूत मिला. सात साल बाद हमने दोनों को गिरफ्तार किया है. :भावना गुप्ता, पुलिस अधीक्षक, जीपीएम
उजड़ गया किसान का घर: आरोपियों ने बताया कि हत्या के लिए दोनों ने टंगिया का इस्तेमाल किया था. पुलिस ने हत्या में सहयोग करने वाले सोभनाथ श्याम को भी गिरफ्तार किया है. शराब और घरेलू विवाद के चलते एक घर उजड़ गया. एक भाई की हत्या हो गई दूसरा भाई उसी हत्या के जुर्म में अब जेल की सजा काटेगा.