जयपुर. शहर के आराध्य गोविंद देव जी मंदिर में रवि पुष्य नक्षत्र में रथ यात्रा महोत्सव मनाया गया. यहां गौर गोविंद के विग्रह को चांदी के रथ पर विराजमान कर गर्भ गृह के पश्चिमी द्वार से निज मंदिर की परिक्रमा करवाई गई. इस दौरान माधव गौड़ीय संप्रदाय के श्रद्धालु हरि संकीर्तन करते दिखे. रथ यात्रा में बड़ी संख्या में भक्त भी शामिल हुए.
छोटी काशी में भगवान जगन्नाथ जी की एक तीन दिन तक रथ यात्रा निकलेंगी. जिसका आगाज रविवार को हुआ. मंदिर श्री गोविंद देव जी में श्रद्धालुओं के बीच रथयात्रा महोत्सव बड़े हर्षोउल्लास से मनाया गया. मंदिर प्रवक्ता मानस गोस्वामी ने बताया कि मंगला झांकी में ठाकुर श्री जी का अभिषेक किया गया और नवीन लाल रंग लप्पा जामा पोशाक धारण करवाई गई और विशेष अलंकार शृंगार और माला शृंगार किया गया.
वहीं ठाकुर श्री जी को पांच तरह की दाल भिजोना और पांच तरह के ऋतु फलों का भोग लगाया गया. इसके बाद माधवीय गौड़िय वैष्णव मंडली की ओर से मंगलाचरण और महामंत्र संकीर्तन शुरू किया गया. वहीं महंत अंजन कुमार गोस्वामी ने गौर गोविंद श्री विग्रह को चांदी के रथ पर विराजमान कराया और रथयात्रा शुरू की. मंदिर की चार परिक्रमा बाद गौर गोविंद श्री विग्रह को दोबारा रथ के साथ गर्भगृह में विराजमान किया गया. उसके बाद धूप की आरती दर्शन हुए.
इसी तरह सरस निकुंज में भी रथ यात्रा महोत्सव का आयोजन किया गया. यहां नित्य सेवा क्रम के साथ विशेष रूप से सुगंधित द्रव्यों और यमुना जल से ठाकुर जी का अभिषेक किया गया और नूतन पोशाक धारण कराई गई. साथ ही ऋतु पुष्प और मोती शृंगार किया गया. फिर श्रृंगार आरती दर्शन के साथ ठाकुर श्री राधा सरस बिहारी जी सरकार को निज मंदिर परिसर में ही रथ पर विराजमान कर पदावलियों का गायन किया गया. उधर, मुरलीपुरा में भी जगन्नाथ जी की रथ यात्रा निकाली गई.