शिमला:बीजेपी राज्यसभा सांसद हर्ष महाजन पर जांच की तलवार लटक सकती है. इसका संकेत शिमला में मीडिया से बातचीत के दौरान हिमाचल प्रदेश ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री अनिरूद्ध सिंह ने शिमला से मीडिया से बातचीत के दौरान दिया है. बताचीत के दौरान उन्होंने पूर्व सीएम जयराम ठाकुर पर भी निशाना साधा है. साथ ही उन्होंने हिमाचल प्रदेश में हो रहे तीन उपचुनावों में जीत का भी दावा किया.
पंचायतीराज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि हर्ष महाजन के समय को-ऑपरेटिव बैंक में हुए घोटालों की सरकार प्राथमिकता से जांच करेगी. उन्होंने हर्ष महाजन पर विधायकों को खरीद कर राज्यसभा सदस्य बनने के आरोप लगाए हैं. हर्ष महाजन आज राष्ट्रपति शासन लगाने की बात कर रहे, लेकिन राष्ट्रपति शासन ऐसे ही नहीं लग जाता है. इसके लिए न्यायालय के दरवाजे भी खुले हैं. किसी के कहने मात्र से राष्ट्रपति शासन लागू नहीं हो जाता है.
'9 विधायकों के निलंबन का मामला स्पीकर के पास विचाराधीन'
अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि भाजपा के नौ विधायकों के निलंबन का मामला विधानसभा स्पीकर के पास विचाराधीन है. विधानसभा अध्यक्ष नियमों के तहत ही कार्रवाई कर रहे हैं. भाजपा संविधान की बात करती है, लेकिन खुद ही नियमों को तोड़कर संविधान का मजाक बनाना उनकी आदत बन गई है. भाजपा ने कांग्रेस के छह विधायकों को खरीदा था, लेकिन उपचुनाव में कांग्रेस 4 सीटों पर जीत कर आई है. तीन निर्दलीय विधायकों से भी भाजपा ने इस्तीफा दिलाया है। अब इन सीटों पर हो रहे उपचुनाव में जनता भाजपा को सबक सिखाएगी.
अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने विधानसभा में खड़े हो कर कहा था कि इस सरकार को भगवान नहीं बचा सकते हैं, ऐसे नेता प्रतिपक्ष ने भगवान को भी चुनौती दी हैं, लेकिन ये सरकार पूरे पांच साल चलेगी. जयराम आज कांग्रेस सरकार पर सवाल उठा रहे हैं, लेकिन वो अपने कार्यकाल को भूल गए हैं. जयराम ठाकुर केवल ट्रांसफर वाले और अपने फैसला बदलने वाले मुख्यमंत्री साबित हुए थे. इसके अलावा उन्होंने कोई काम नहीं किया है. प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर उठाए गए नेता प्रतिपक्ष के सवालों पर अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि जयराम ठाकुर को विपक्ष की भूमिका पचा नहीं पा रहे हैं. वो खुद 5 साल सत्ता के नशे में चूर थे.
फोर लेन निर्माण को लेकर उठाए सवाल
ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री ने कैथली घाट से ढली तक निर्माणाधीन फोरलेन को लेकर भी सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि कैथली घाट से ढली तक निर्माणाधीन फोरलेन में कई अनियमितताएं बरती जा रही हैं. कंपनी बिना अनुमति के फोरलेन का कार्य कर रही है. अभी सेकेंड स्टेज की परमिशन नहीं आई है. फॉरेस्ट की कटी हुई डीआर के 37 लाख अभी तक जमा नहीं करवाए हैं. वहीं, मलबा अवैज्ञानिक तरीके से डंप हो रहा है. डंपिंग साइट में वॉल नियमों के तहत नहीं लगाई गई हैं. फॉरेस्ट एरिया में मलबा डंप किया जा रहा है. अभी दो दिन पहले हुए आधे घंटे की बारिश में तीन बड़े डंगे गिर गए. कंपनी ने जो मलबा डंप किया है, वह लोगों के खेतों और घरों में जा रहा है. आने वाले दिनों में ये बड़ी त्रासदी का रूप ले सकता है.
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