नई दिल्ली: शुक्रवार को दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के ओखला फेज-2 जेजे क्लस्टर में अधिकारियों ने भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच तोड़फोड़ अभियान चलाया. निवासियों ने आरोप लगाया कि वे कई सालों से यहां रह रहे हैं और उन्हें अपना सामान बाहर निकालने के लिए पर्याप्त समय नहीं दिया गया. इलाके के निवासी धीरज ने कहा कि उन्हें दो दिन पहले तोड़फोड़ के संबंध में नोटिस मिला था.
उन्होंने कहा, "अधिकारी सुबह करीब 10 बजे बुलडोजर लेकर यहां आए. उन्होंने हमें अपना सामान बाहर निकालने का समय नहीं दिया. यहां करीब 50 झुग्गियां तोड़ी जा रही हैं. हम पिछले कई सालों से इस इलाके में रह रहे हैं."
एक अन्य निवासी अनिल कुमार ने कहा, "पिछले 40 सालों से कई परिवार यहां रह रहे हैं. हमारे पास जाने के लिए कोई जगह नहीं है. हमें वैकल्पिक जगह का इंतजाम करने का भी समय नहीं मिला, जहां हम अपना सामान बाहर निकाल सकें. पुलिस के अनुसार, तोड़फोड़ की कार्रवाई के दौरान क्षेत्र में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए पर्याप्त सुरक्षाकर्मी उपलब्ध कराए गए हैं. कार्रवाई अभी भी जारी है.
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डीबी गुप्ता रोड पर CRPF जवान पर पथरावः बता दें, 28 अगस्त को दिल्ली नगर निगम ने करोल बाग जोन के अंतर्गत आने वाले देशबंधु गुप्ता रोड इलाके में कोर्ट के आदेश पर कब्जा हटाने की कार्रवाई की. इस दौरान अवैध कब्जा हटाने के दौरान भारी संख्या में सुरक्षा बल भी तैनात किया गया था. बावजूद इसके स्थानीय लोगों ने सुरक्षा बलों पर पथराव किया, जिसमें सीआरपीएफ की एक महिला सब इंस्पेक्टर को गंभीर चोट आई. दिल्ली पुलिस ने इस मामले में एक शख्स को भी हिरासत में लिया है.
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