गोरखपुर : फिल्म और ड्रामा के बड़े कलाकारों का जमघट 23 अक्टूबर से गोरखपुर में लगेगा. मौका है गोरखपुर रंगोत्सव का. जहां अभिनेता सौरभ शुक्ला, यशपाल शर्मा, रवि किशन, बंसी कौल, ऊषा गांगुली, हिमानी शिवपुरी समेत कई नामचीन कलाकार अपनी टीम के साथ देश की कई बड़ी समस्याओं और आधारित प्रस्तुतियां देंगे. पांच दिनों तक चलने वाले इस आयोजन में करीब तीन हजार की भीड़ बाबा गन्भीर नाथ प्रेक्षागृह में आने की उम्मीद है. रामगढ़ ताल के किनारे हो रहे इस राष्ट्रीय थिएटर फेस्टिवल की जिम्मेदारी वरिष्ठ रंगकर्मी श्री नारायण पाण्डेय और उनके थिएटर ग्रुप ने उठा रखी है. आयोजन में साहित्य अकादमी के पूर्व चेयरमैन प्रोफेसर विश्वनाथ तिवारी बतौर अध्यक्ष शिरकत करेंगे.
कार्यक्रम के निदेशक श्री नारायण पांडेय के मुताबिक आयोजन में देश की पांच प्रमुख नाट्य संस्थाएं अपनी प्रस्तुतियां देंगी. यह कार्यक्रम नाटकों के प्रेमियों के लिए अद्भुत अवसर होगा. थिएटर का उद्घाटन फिल्म अभिनेता सौरभ शुक्ला के बहुचर्चित नाटक बर्फ के माध्यम से होगा. जिसमें यह नाटक सत्य की खोज और विश्वास के संघर्ष का गहन चित्रण करता हुआ दिखाई देगा. इसी दिन भोपाल की प्रमुख नाट्य संस्थान रंग विदूषक की ओर से प्रसिद्ध कहानीकार अमरकांत की कहानी "जिंदगी और जोक" का नाटक रूपांतरण भी प्रस्तुत किया जाएगा. यह नाटक जीवन की कठिन संघर्ष और आस्था की अद्वितीय कहानी को दर्शाता है.
श्री नारायण पांडेय के अनुसार 25 अक्टूबर को प्रसिद्ध अभिनेता यशपाल शर्मा का सत्र होगा. जिसका विषय "थिएटर, फिल्म और ओटीटी" का सफर रहेगा. यशपाल शर्मा अपने थिएटर और फिल्म के अनुभव दर्शकों से साझा करेंगे. इस दिन रंगकर्मी संस्थान कोलकाता द्वारा प्रस्तुत नाटक "रात अभी बाकी है" भी दिखाया जाएगा. जिसमें मानव जीवन की महत्वाकांक्षाओं और संघर्ष की कहानी को प्रभावी ढंग से दर्शाया गया है. 26 अक्टूबर को भारतेंदु नाटक अकादमी लखनऊ द्वारा "निर्माण से निर्वाण तक" नाटक प्रस्तुत किया जाएगा. जो बुद्ध और यशोधरा के जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं पर आधारित है. 27 अक्टूबर को समापन सत्र में रंग विनायक रंग मंडली बरेली के द्वारा "अवकेनिंग द स्लीपिंग सिकनेस सागा" दर्शकों को एक नई दुनिया से रूबरू कराएगी.
यह भी पढ़ें : नरसिंह भगवान की शोभायात्रा में नहीं शामिल हुए सीएम योगी
यह भी पढ़ें : बसंत पंचमी के साथ वृंदावन में होली की शुरुआत, भक्तों ने किए बांके बिहारी के दर्शन