चमोलीः गोपेश्वर में 29 अक्टूबर को हुई घर से ज्वेलरी चोरी की गुत्थी को सुलझा कर चमोली पुलिस ने 3 नाबालिगों को चोरी की ज्वेलरी और नकदी के साथ अपने संरक्षण में लिया है. चमोली की गोपेश्वर थाना पुलिस ने 48 घंटों के भीतर ही शत-प्रतिशत माल की बरामदगी कर चोरी का खुलासा किया है.
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, 31 अक्टूबर को पीड़ित महिला ने गोपेश्वर थाने में आकर सूचना दी कि वह 29 अक्टूबर को वह अपनी बेटी से मिलने देहरादून गई थी. 30 अक्टूबर को उनके किरायेदार द्वारा फोन पर उन्हें सूचना दी गई कि गोपेश्वर में स्थित उनके घर के दरवाजे का ताला टूटा है. जिससे बाद वे देहरादून से गोपेश्वर पहुंची तो देखा कि घर के मुख्य दरवाजे का ताला टूटा है. उनकी सास के कमरे में बने स्टोर के लॉकर का ताला तोड़कर 35 से 40 लाख रुपए की ज्वेलरी चोरी कर ली गई है.
मामले की गंभीरता को देखते हुए गोपेश्वर थाने में पीड़ित की तहरीर पर धारा-305,331(4) बीएनएस बनाम अज्ञात में मुकदमा दर्ज किया गया. पुलिस ने छानबीन करते हुए 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक की. कैमरों की गहनता से जांच करने पर पुलिस टीम को घटना के समय एक संदिग्ध वाहन घर के पास सड़क पर खड़ा दिखाई दिया. जिसके बाद पुलिस द्वारा उक्त संदिग्ध वाहन के संबंध में जानकारी जुटाई गई.
वहीं आज 2 नवंबर को पुलिस टीम द्वारा उक्त चोरी की घटना में संलिप्त 2 नाबालिगों को वाहन के साथ चमोली में बालखिला के पास से अपने संरक्षण में लिया. दोनों नाबालिगों से पूछताछ के दौरान चौंकाने वाला खुलासा हुआ. पूछताछ में नाबालिगों ने बताया कि थाने में चोरी की तहरीर देने वाली पीड़ित महिला के नाबालिग बेटे ने ही घटना की साजिश रची और मिलकर अंजाम दिया. जिसके बाद पुलिस ने चोरी में शामिल मास्टरमाइंड को देहरादून से संरक्षण में लिया. पुलिस के मुताबिक नाबालिग देहरादून में ज्वेलरी बेचने की फिराक में था.
चमोली पुलिस तुरंत नाबालिग को देहरादून लाई और पूछताछ की. जहां नाबालिग ने बताया कि वो लंबे समय से ऑनलाइन गेमिंग, ट्रेडिंग व महंगे खर्च करने का शौकीन है. जिसके लिए उस पर काफी लोगों का पैसे उधार भी है. चोरी की घटना में शामिल एक नाबालिग से भी उसने 50 हजार रुपए उधार लिए थे. जबकि अन्य लोगों द्वारा भी उस पर लगातार पैसे वापस करने का दबाव बनाया जा रहा था. कर्जे से छुटकारा पाने के लिए नाबालिग द्वारा अपने ही घर में चोरी करने की योजना बनाई गई. जिसमें उसके अपने 2 नाबालिग दोस्तों को शामिल किया और लालच दिया कि लाखों की ज्वेलरी चोरी कर बेचकर वे काफी मुनाफा कमाएंगे.
नाबालिग ने बताया कि 29 अक्टूबर को जब उसकी मां देहरादून चई गई तथा घर में कोई नहीं था तो इस मौके का फायदा उठाकर उसने 30 अक्टूबर की रात्रि को अपने दोस्तों को फोन कर घर खाली होने के संबंध में जानकारी दी. साथ ही अपने घर की दीवार फांदकर घर के अंदर जाने व मुख्य दरवाजे की चाबी व स्टोर रूम के लॉकर में रखे अपनी दादी और ब्रीफकेस में रखे अपने मां के गहनों के बारे में जानकारी दी. जिसके पश्चात दोनों नाबालिगों ने ताला तोड़कर स्टोर रूम के लॉकर व अटेजी में रखे गहनों की चोरी की गई और फरार हो गए.
चोरी की घटना का खुलासा करने पर पुलिस उपमहानिरीक्षक करन सिंह नगन्याल द्वारा पुलिस टीम को ₹10 हजार का इनाम देने की घोषणा की गई है.
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