नई दिल्ली: एमएसपी गारंटी कानून की मांग को लेकर किसान सड़कों पर हैं. दिल्ली-हरियाणा के शंभू बॉर्डर और खनोरी बॉर्डर पर अभी भी किसान डटे हुए हैं. किसान आंदोलन के मद्देनजर दिल्ली की सीमाओं पर वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई थी. जिससे लोग काफी परेशान थे. लेकिन अब उन लोगों की परेशानी कम होती दिखाई दे रही है. क्योंकि शंभू बॉर्डर पर डटे किसानों ने दिल्ली कुच को लेकर अभी शांति बनाए रखने की बात कही है. किसानों का कहना है कि 29 तारीख को वह आगे की रणनीति तय करेंगे.
वहीं, सिंघु बॉर्डर से दिल्ली वालों के लिए खुशखबरी आई है. सिंघु बॉर्डर फ्लाईओवर के ऊपर और नीचे दोनों रोड को जो पिछले 13 तारीख से बंद था उसे खोलने का फैसला लिया गया है. जानकारी के अनुसार, सिंधु बॉर्डर पर नीचे की रोड को यातायात के लिए खोल भी दिया गया है. जिससे दिल्ली से हरियाणा और हरियाणा से दिल्ली आवाजाही करने वाले लोगों को सीधे फायदा मिल सकेगा. क्योंकि अभी उन्हें कई किलोमीटर लंबा सफर तय करके आवाजाही करनी पड़ रही थी. साथ, उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही किसानों से बातचीत करके पूरी तरीके से बॉर्डर को खोल दिया जाएगा.
किसानों द्वारा आज 24 तारीख को कैंडल मार्च, 25 तारीख को शंभू और खनोरी बॉर्डर पर सम्मेलन, 26 तारीख को पुतला दहन, 27 तारीख को राष्ट्रीय स्तरीय बैठक और 29 तारीख को किसान आंदोलन को लेकर आगे की रणनीति तय होगा. फिलहाल, किसान शंभू और खनोरी बॉर्डर पर ही रुके रहेंगे. बता दें कि दो दिन पहले पुलिस और किसानों के बीच हुई झड़प में खनोरी बॉर्डर पर एक किसान की मौत हो गई थी. उसके बाद से ही किसान अलग रणनीति बनाने पर विचार कर रहे हैं.