जोधपुर. शहर के पहाड़ी की टेकरी स्थित प्राचीन मंदिर से चामुंडा माता की मूर्ति गायब होने का मामला सामने आया है. मंदिर के हालात को देखकर अंदाजा लगाया गया है कि वहां किसी तरह की तोड़-फोड़ भी की गई है. साथ ही बदमाशों ने मंदिर में गंदगी भी फैलाई है. इसके अलावा एक काला कपड़ा भी वहां मिला है. शनिवार सुबह जब भक्त दर्शन के लिए पहुंचे तो वहां मूर्ति को न देखकर उनके होश उड़ गए. जानकारी मिलने पर मंडोर थाने से पुलिस भी मौके पर पहुंची है. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने त्वरित कार्रवाई शुरू करने के लिए टीमें बनाई है. स्थानीय लोगों ने घटना को लेकर रोष व्यक्त करते हुए प्रशासन को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया है.
क्षेत्रवासी प्रविंदर सिंह ने बताया कि मंदिर की पूजा का काम हुक्माराम माली देखते हैं. शुक्रवार शाम को वे पूजा कर के गए थे, लेकिन शनिवार को सुबह जब वहां पहुंचे तो उन्हें मूर्ति नहीं मिली. मंदिर में शोच कर गंदगी भी फैलाई गई. क्षेत्रवासियों को इस घटना का पता चला तो देखते ही देखते मंदिर में लोगों का जमावड़ा लग गया. इसके बाद मंडोर थाना पुलिस व अतिरिक्त जाब्ता पहाड़ी पर स्थित मंदिर में पहुंचा. एसीपी मंडोर पीयूष कविया की अगुवाई में इस चोरी के खुलासे के लिए टीमें बनाई गई है, जिन्होंने आस-पास के क्षेत्रों में छानबीन शुरू कर दी है. डीसीपी के निर्देश पर एफएसएल की टीमें भी पहुंची हैं, जिन्होंने वहां से साक्ष्य जुटाएं हैं.
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पुरातत्व विभाग के अधीन है मंदिर : यह मंदिर मंडोर किले के पास स्थित पहाड़ी पर बना हुआ है. बताया जा रहा है कि यह मंदिर चौथी शताब्दी का है. स्थानीय लोगों का कहना है कि पुरातत्व विभाग की वजह से इस जर्जर मंदिर की मरम्मत नहीं कर पा रहे हैं, लेकिन आज इस घटना के बाद भी विभाग का कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा है, जिसको लेकर भी लोग नाराज हैं.