चंडीगढ़: राजधानी चंडीगढ़ सेक्टर 10 के डीएवी कॉलेज में छात्राओं ने एसोसिएट प्रोफेसर पर सेक्सुअल फेवर मांगने का आरोप लगाया है. कॉलेज की छात्राओं का आरोप है कि प्रोफेसर देर रात उन्हें मैसेज के साथ सेक्सुअल फेवर की मांग करता है. वो छात्राओं को रात में अकेले मिलने के लिए भी मैसेज करता है. छात्राओं का कहना है कि प्रोफेसर उनसे टेलीग्राम और स्नैपचैट के जरिए चैट करता है. जिस छात्राओं ने आरोप लगाया है वो नेशनल सर्विस स्कीम के तहत जुड़ी हुई हैं. छात्राओं का कहना है कि आरोपी प्रोफेसर एनएनएस का प्रोग्रामिंग अधिकारी है.
अकेले में मिलने के लिए बुलाता था छात्र: छात्राओं ने बताया कि आरोपी प्रोफेसर ने दिसंबर 2023 में देर रात एनएसएस की छात्रा को व्हाट्सएप पर पूछा कि वो स्नैपचैट चलाती है. आईडी बताने पर प्रोफेसर ने उस छात्रा से चैट शुरू की. प्रोफेसर का कहना था कि वो चाहता है कि छात्रा एनएसएस टीम को पैनल मेंबर के तौर पर लीड करे. इसके लिए आरोपी ने छात्रा को अकेले में मिलाने के लिए बुलाया. जब छात्रा ने इंकार किया तो उसने चैट को डिलीट कर दिया, लेकिन छात्र ने हिस्ट्री चार्ट को सेव कर लिया.
छात्राओं से सेक्सुअल फेवर मांगने का आरोप: छात्राओं का आरोप है कि प्रोफेसर छात्राओं से सेक्सुअल फेवर मांगने के लिए भी मैसेज करता था. अगर छात्राएं रात के समय मैसेज का जवाब नहीं देती, तो उनके साथ सुबह चैट में ही दुर्व्यवहार किया जाता.
मना करने पर करता था दुर्व्यवहार: आरोप है कि प्रोफेसर ने एनएसएस ग्रुप की लड़कियों के नंबर निकाल लिए थे. जिसके आधार पर वो उन्हें देर रात स्नैपचैट पर रिक्वेस्ट भेजता था. जवाब नहीं देने पर छात्राओं को ये कहकर एनएसएस ग्रुप से हटा देता, कि वो अकेला प्रोग्राम ऑफिसर है. 13 से 19 मार्च 2024 तक एनएसएस का स्पेशल कैंप लगाया गया. जिसमें कुछ छात्राओं को हटाया दिया गया.
प्रिंसिपल ने गठित की जांच कमेटी: डीएवी की जिन पांच छात्राओं ने शिकायत दर्ज करवाई है. उन्होंने प्रोफेसर की चैट के स्क्रीनशॉट भी दिए हैं. छात्राओं की मांग है कि प्रोफेसर को जल्द बर्खास्त किया जाए. उसे कॉलेज में किसी भी आधिकारिक स्तर पर ना रखते हुए. कॉलेज से बाहर निकाला जाए. मामले पर गौर करते हुए कॉलेज प्रिंसिपल ने जांच कमेटी बैठा दी है.