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राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में जीआई सर्जरी की सुविधा ठप, डॉक्टर की कमी से जूझ रहा हॉस्पिटल - RGSSH GI surgery

Rajiv Gandhi Super Specialty Hospital: राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में जीआई सर्जरी की सुविधा ठप हो गई. अस्पताल सूत्रों के अनुसार, समय पर वेतन न मिलने से डॉक्टर अस्पताल छोड़कर जा रहे हैं.

राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल
राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Mar 9, 2024, 7:42 PM IST

राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में जीआई सर्जरी की सुविधा ठप

नई दिल्ली: दिल्ली सरकार के राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में पिछले 6 महीने से भी अधिक समय से जीआई (जनरल गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल) सर्जरी की सुविधा ठप है. विभाग में कोई भी सीनियर डॉक्टर ना होने की वजह से यहां आने वाले मरीजों को दूसरे अस्पतालों में सर्जरी के लिए रेफर किया जा रहा है. इनमें सबसे अधिक परेशानी दिल्ली के बाहर से आने वाले मरीजों को हो रही है, क्योंकि दिल्ली से बाहर के मरीजों के लिए डाक फॉर्म की सुविधा उपलब्ध नहीं है.

दरअसल, डाक फॉर्म की सुविधा केवल दिल्लीवासियों को मिलती है. अस्पताल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जीआई सर्जरी विभाग में इस समय सिर्फ सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर ही उपलब्ध हैं. वह सिर्फ ओपीडी में आने वाले मरीजों को ही देखते हैं. जब कोई मरीज सर्जरी वाला होता है तो उसे दूसरे अस्पताल में रेफर कर दिया जाता है. यहां पर सीनियर रेजिडेंट के अलावा कोई भी असिस्टेंट प्रोफेसर के स्तर का भी डॉक्टर नहीं है. सितंबर माह में यहां कार्यरत डॉक्टर आदित्य ने इस्तीफा देकर दूसरा अस्पताल ज्वाइन कर लिया था.

डॉक्टर आदित्य के भी इस्तीफा देने की वजह समय पर वेतन न मिलना बताई जा रही है. डॉ आदित्य से पहले यहां जीआई की सर्जरी करते थे. एक सप्ताह में चार से पांच मरीजों की सर्जरी होती थी और हर सप्ताह के लिए सर्जरी तय रहती थी. लेकिन, पिछले छह महीने से यहां जीआई सर्जरी विभाग में सिर्फ ओपीडी में ही मरीज देखे जा रहे हैं. अनुभव नहीं होने की वजह से सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर सिर्फ ओपीडी में ही मरीज देखते हैं. वे कोई सर्जरी नहीं करते. जब किसी मरीज की ऑपरेशन करने जैसी दिखती है तो वह उसे दूसरे सरकारी अस्पताल जीटीबी और लोकनायक में रेफर करते हैं या डॉक फार्म भरकर किसी प्राइवेट हॉस्पिटल में रेफर कर देते हैं.

इस तरह से डॉक्टर को समय पर वेतन न मिलने के कारण दिल्ली सरकार का यह एक बड़े अस्पताल का एक बड़ा विभाग रेफरल विभाग बना हुआ है. यहां पर मरीज को सर्जरी करके ठीक करने की सुविधा फिलहाल छह महीने से भी अधिक समय से उपलब्ध नहीं है. इसके अलावा यूरोलॉजी और कार्डियोलॉजी विभाग भी एक एक सहायक प्रोफेसर के सहारे चल रहे हैं. अस्पताल प्रशासन से जब इस मामले को लेकर बात की गई तो बताया कि अस्पताल में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर भर्ती के लिए एक महीने पहले विज्ञापन निकाला गया था. अभी चयन की प्रक्रिया अंतिम दौर में है.

बता दें कि जीआई सर्जरी विभाग में एसोफैगस, इंटेस्टाइन, पेट, अपेंडिक्स, गॉलब्लैडर, लिवर, पैंक्रियाज एंड बाइल डक्ट की सर्जरी की जाती है. राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल दिल्ली सरकार का बड़ा अस्पताल है. इसकी क्षमता 500 बेड की है लेकिन, शुरू से ही उपेक्षा का शिकार होने के चलते अभी तक सिर्फ 250 बेड पर ही इलाज की सुविधा मिल पा रही है.

राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में जीआई सर्जरी की सुविधा ठप

नई दिल्ली: दिल्ली सरकार के राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में पिछले 6 महीने से भी अधिक समय से जीआई (जनरल गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल) सर्जरी की सुविधा ठप है. विभाग में कोई भी सीनियर डॉक्टर ना होने की वजह से यहां आने वाले मरीजों को दूसरे अस्पतालों में सर्जरी के लिए रेफर किया जा रहा है. इनमें सबसे अधिक परेशानी दिल्ली के बाहर से आने वाले मरीजों को हो रही है, क्योंकि दिल्ली से बाहर के मरीजों के लिए डाक फॉर्म की सुविधा उपलब्ध नहीं है.

दरअसल, डाक फॉर्म की सुविधा केवल दिल्लीवासियों को मिलती है. अस्पताल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जीआई सर्जरी विभाग में इस समय सिर्फ सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर ही उपलब्ध हैं. वह सिर्फ ओपीडी में आने वाले मरीजों को ही देखते हैं. जब कोई मरीज सर्जरी वाला होता है तो उसे दूसरे अस्पताल में रेफर कर दिया जाता है. यहां पर सीनियर रेजिडेंट के अलावा कोई भी असिस्टेंट प्रोफेसर के स्तर का भी डॉक्टर नहीं है. सितंबर माह में यहां कार्यरत डॉक्टर आदित्य ने इस्तीफा देकर दूसरा अस्पताल ज्वाइन कर लिया था.

डॉक्टर आदित्य के भी इस्तीफा देने की वजह समय पर वेतन न मिलना बताई जा रही है. डॉ आदित्य से पहले यहां जीआई की सर्जरी करते थे. एक सप्ताह में चार से पांच मरीजों की सर्जरी होती थी और हर सप्ताह के लिए सर्जरी तय रहती थी. लेकिन, पिछले छह महीने से यहां जीआई सर्जरी विभाग में सिर्फ ओपीडी में ही मरीज देखे जा रहे हैं. अनुभव नहीं होने की वजह से सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर सिर्फ ओपीडी में ही मरीज देखते हैं. वे कोई सर्जरी नहीं करते. जब किसी मरीज की ऑपरेशन करने जैसी दिखती है तो वह उसे दूसरे सरकारी अस्पताल जीटीबी और लोकनायक में रेफर करते हैं या डॉक फार्म भरकर किसी प्राइवेट हॉस्पिटल में रेफर कर देते हैं.

इस तरह से डॉक्टर को समय पर वेतन न मिलने के कारण दिल्ली सरकार का यह एक बड़े अस्पताल का एक बड़ा विभाग रेफरल विभाग बना हुआ है. यहां पर मरीज को सर्जरी करके ठीक करने की सुविधा फिलहाल छह महीने से भी अधिक समय से उपलब्ध नहीं है. इसके अलावा यूरोलॉजी और कार्डियोलॉजी विभाग भी एक एक सहायक प्रोफेसर के सहारे चल रहे हैं. अस्पताल प्रशासन से जब इस मामले को लेकर बात की गई तो बताया कि अस्पताल में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर भर्ती के लिए एक महीने पहले विज्ञापन निकाला गया था. अभी चयन की प्रक्रिया अंतिम दौर में है.

बता दें कि जीआई सर्जरी विभाग में एसोफैगस, इंटेस्टाइन, पेट, अपेंडिक्स, गॉलब्लैडर, लिवर, पैंक्रियाज एंड बाइल डक्ट की सर्जरी की जाती है. राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल दिल्ली सरकार का बड़ा अस्पताल है. इसकी क्षमता 500 बेड की है लेकिन, शुरू से ही उपेक्षा का शिकार होने के चलते अभी तक सिर्फ 250 बेड पर ही इलाज की सुविधा मिल पा रही है.

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