गाजीपुर: यूपी की गाजीपुर पुलिस को रविवार को एक बड़ी कामयाबी मिली. जिले की पुलिस ने विजय भारती को रविवार को गिरफ्तार कर लिया. एसपी ओमवीर सिंह ने बताया कि विजय भारती देश में एलआईसी का टॉप एजेंट के रूप में करोड़ों का फ्रॉड किया था.
एसपी ने बताया कि गाजीपुर की सर्विलांस व खानपुर थाने की संयुक्त टीम ने नकली नोट बनाने और उनको बाजार में सप्लाई करने वाले सरगना समेत अंतर्राज्यीय गिरोह के तीन सदस्यों को पोखरा मोड़ से गिरफ्तार कर लिया. पकड़े गए आरोपियों में सरगना विजय भारती, विशेन यादव और अमित यादव उर्फ मोनू शामिल हैं. आरोपियों के पास से दो बाइक और 99200 रुपये, नकली नोट बनाने की मशीन, नोट बनाने में इस्तेमाल किए जाने वाले 15 पीस पेपर, 4 आधार कार्ड बरामद किये गये.
उन्होंने बताया कि आरोपी फ्रॉड किए हुए रुपयों से वाराणसी के चौबेपुर में डालिम्स सनबीम स्कूल और आजमगढ़ के मेहनाजपुर में डालिम्स सनबीम स्कूल समेत तीन जगहों पर फ्रेंचाइजी ली थी. साथ ही नकली नोट छापने का भी काम कर रहा था. चुनाव से पहले अन्य राज्यों से अपराधियों की लिस्ट का आदान प्रदान हुआ, तो मामले का खुलासा हुआ.
आरोपी चार साल से फरार था: उन्होंने बताया कि आरोपी विजय भारती के ऊपर अलग-अलग राज्यों में लगभग 30 मुकदमे दर्ज हैं. वह पिछले 4 सालों से फरार चल रहा था. वह पुलिस से बचने के लिए अलग-अलग आधार कार्ड इस्तेमाल करके अपनी पहचान छिपा रहा था. साथ ही लगातार वारदात अंजाम दे रहा था. आरोपियों के खिलाफ आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है.