नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद के डासना जेल में एक बंदी की मंगलवार रात मौत हो गई. 14 दिन पहले पॉक्सो एक्ट के तहत जेल भेजे गए शिवम राजपूत (19 वर्ष) के कथित तौर पर आत्महत्या करने की बात कही जा रही है. शिवम, बुलंदशहर का रहने वाला था और 10 सितंबर को हापुड़ की पिलखुवा पुलिस ने गिरफ्तार किया था. वहीं, मौत के बाद शिवम के परिजनों ने गंभीर आरोप लगाए हैं.
परिजनों का आरोप है कि पिलखुवा थाना क्षेत्र की छीजारसी चौकी के दरोगा की प्रताड़ना से आहत होकर शिवम ने जान दे दी. परिजनों ने पिलखुवा थाने के इंचार्ज पर पैसे मांगने का आरोप लगाया है. आरोप है कि मामले में समझौते का दबाव था और उसके एवज में पैसे मांगे गए थे, लेकिन पैसे नहीं देने पर समझौता नहीं करवाया गया.
एसीपी सिद्धार्थ गौतम ने बताया कि बुलंदशहर के 19 वर्षीय शिवम ने डासना जिला कारागार के योगा रूम में आत्महत्या कर ली. शिवम बुलंदशहर के स्याना का रहनेवाला था. जिस पर पॉक्सो एक्ट का मामला दर्ज था और 10 सितंबर को जेल भेजा गया था. शिवम के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है. मामले में जरूरी कानूनी कार्रवाई की जा रही है.
सूत्रों के अनुसार, शिवम को पॉक्सो के आरोप में जेल लाया गया था. मरने से पहले उसने पीड़िता को संबोधित करते हुए उसके नाम दो पेज का एक सुसाइड नोट लिखा है, जिसमें उसने पीड़िता से उसने माफी मांगी है. जिसकी जांच पुलिस कर रही है. फिलहाल, पुलिस शव के पोस्टमार्टम के रिपोर्ट का इंतजार कर रही है और मामले की जांच जारी है.
ये भी पढ़ें : तिहाड़ जेल के कैदी की इलाज के दौरान मौत, परिजनों ने जेल के अंदर जहर देने का लगाया आरोप
ये भी पढ़ें : लॉकअप में मौत का LIVE VIDEO, शराब तस्करी के आरोप में बिहार पुलिस ने पकड़ा था