नई दिल्ली/गाजियाबाद: पीएम सूर्य घर योजना के माध्यम से लोगों को अपनी छतों पर सोलर पैनल लगवाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है. बड़े शहरों से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक सोलर पावर के प्रति लोगों में काफी जागरुकता बढ़ी है. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद स्थित एक गांव को सोलर विलेज बनाने की कवायद शुरू की जा चुकी है. गांव में मौजूद सभी घरों को सोलर पावर से एंपेनल किया जाएगा. किसी भी ग्रामवासी को अपने घर में सोलर पावर लगवाने के लिए जेब से एक पैसा भी नहीं लगेगा.
IAS अधिकारी अभिनव गोपाल की नेतृत्व में प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के तहत मुरादनगर के कुम्हेडा गांव को सोलर विलेज बनाया जा रहा है. गांव में तकरीबन 550 घर हैं. सभी घरों में सोलर पावर प्लांट इंस्टॉल किए जाएंगे. दो किलोवाट का सोलर पावर प्लांट प्रत्येक घर में लगाया जाएगा. गाजियाबाद के मुख्य विकास अधिकारी अभिनव गोपाल के मुताबिक, प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के पोर्टल पर ग्रामवासियों द्वारा आवेदन किया जाएगा. योजना का लाभ लेने के लिए ग्राम वासियों को किसी भी प्रकार का कोई शुल्क नहीं देना पड़ेगा.
IAS अभिनव गोपाल ने बताया कि कुम्हेडा गांव में कैंप लगाकर तकरीबन एक सप्ताह में रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को पूर्ण कर लिया जाएगा. गांव में ग्राम चौपाल का आयोजन कर लोगों को इस योजना के बारे में समझाया गया है. योजना का लाभ लेने के लिए ग्रामवासी काफी उत्साहित है. कार्य को पूर्ण करने के लिए दो महीने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.
दो किलोवाट की कनेक्शन पर 30 हजार रुपए की सब्सिडी: प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के तहत पोर्टल पर अप्लाई करने के दौरान कनेक्शन की कुल लागत लाभार्थी को जमा करनी होती है. दो किलोवाट के कनेक्शन की कुल लागत एक लाख 20 हजार रुपए है. लाभार्थियों का लोन अकाउंट खुलवाया जाएगा. लोन अकाउंट के माध्यम से लाभार्थी तीस हजार रुपए योजना का लाभ लेने के लिए जमा करेंगे. बचे हुए 90 हज़ार रुपए CSIR के माध्यम से लाभार्थी को उपलब्ध करा दिए जाएंगे. इस तरह से लाभार्थी एक लाख 20 हजार रुपए जमा करेगा. दो किलोवाट की कनेक्शन पर तीस हजार की सब्सिडी सरकार द्वारा दी जाती है.
बिजली बिलों की समस्या से मिलेगी निजात: सरकार से मिलने वाली तीस हजार की सब्सिडी को लोन अकाउंट में सेटल किया जाएगा. तकरीबन तीन महीने में योजना की सब्सिडी लाभार्थी के खाते में पहुंच जाती है. इस प्रकार लाभार्थी के यहां निशुल्क दो किलोवाट का सोलर पावर प्लांट लग सकेगा. प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद बढ़ते बिजली बिलों की समस्या से ग्राम वासियों को काफी निजात मिलेगी. माना जा रहा है कि ग्रामीण क्षेत्र में सोलर क्रांति लाने के लिए यह प्रोजेक्ट मील का पत्थर साबित होगा.
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