जयपुर: देश के दूसरे सबसे अमीर शख्स गौतम अडाणी और उनके साथियों पर लगे ताजा आरोपों को लेकर शुक्रवार को पीसीसी वॉर रूम में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने प्रेस वार्ता को संबोधित किया. दोनों नेताओं ने कहा कि अडाणी पर लगे आरोप गंभीर हैं. सरकार को इसकी संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच करवानी चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार से इस पूरे मामले पर अपना पक्ष स्पष्ट करने की भी मांग रखी है.
बता दें कि अडाणी के खिलाफ न्यूयॉर्क की फेडरल कोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया है. इसमें आरोप है कि उन्होंने सौर ऊर्जा का कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने के लिए सरकारी अधिकारियों को करोड़ों की घूस दी. साथ ही यह भी आरोप है कि घूस की यह राशि अमेरिका में निवेशकों से जुटाई गई थी. इस मुद्दे पर बोलते हुए डोटासरा ने कहा कि पीएम मोदी डोनाल्ड ट्रंप को अपना परम मित्र कहते हैं. उन्हीं ट्रंप के देश को मोदी के मित्र अडाणी ने सबसे पहले झटका दिया है.
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अमेरिका में आरोप, हमारी सरकार चुप क्यों ? : गोविंद सिंह डोटासरा बोले- अमेरिकी कोर्ट में आरोप लगे हैं. देश में सौर ऊर्जा के कॉन्ट्रैक्ट के लिए अधिकारियों को 2100 करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश की गई. गौतम अडाणी सहित सात पर आरोप हैं, लेकिन हमारे देश की सरकार चुप है. व्यापारियों को ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स विभाग से डराना, अडाणी जैसे अपने दोस्तों को कॉन्ट्रैक्ट दिलाना, नेताओं को डराना, सरकार गिरना और बनाना, यह खेल मोदी सरकार करती रहती है. राहुल गांधी ने भी गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह सवाल उठाया कि हमारे देश में अडाणी की जांच क्यों नहीं हो रही है. हम मांग करते हैं कि इस मामले की जेपीसी से जांच हो.
#अडानी_घूसकांड में JPC जांच होनी चाहिए।
— Rajasthan PCC (@INCRajasthan) November 22, 2024
सरकार जांच कराए और भ्रष्टाचारियों को जेल भेजे।
जयपुर में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष @GovindDotasra जी एवं नेता प्रतिपक्ष @TikaRamJullyINC जी की प्रेस वार्ता।#AdaniBriberyCase pic.twitter.com/fzl9AC1bz7
सेबी प्रमुख तक पर आरोप लगे, लेकिन जांच नहीं : डोटासरा ने कहा कि शेयरों में धांधली की गई. निवेशकों को धोखा दिया गया. सेबी की विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़े हुए. सेबी की मुखिया माधवी बुच पर भी कई गंभीर आरोप लगे थे, लेकिन अब तक उस मामले की भी जांच नहीं हुई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विदेश यात्रा में व्यस्त हैं. वे इस पूरे मामले पर एक शब्द तक नहीं बोल रहे. उल्टा अडाणी का नाम लेते ही आग बबूला हो जाते हैं.
व्यापार करना गलत नहीं, धोखाधड़ी गलत, जांच हो : राजस्थान में पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार द्वारा अडाणी समूह के साथ सौर ऊर्जा के क्षेत्र में किए गए समझौतों को लेकर जब सवाल किया गया तो डोटासरा ने कहा कि व्यापार करना गलत नहीं, लेकिन धोखाधड़ी करना गलत है. उन्होंने स्पष्ट किया हम पूरे मामले की जेपीसी से जांच की मांग कर रहे हैं. अगर किसी को लगता है कि राजस्थान में भी गड़बड़ी हुई है तो उसकी भी जांच करवा लें. प्रदेश और केंद्र दोनों जगह भाजपा की सरकार है.
क्या जांच एजेंसियां केवल विपक्ष के लिए ही हैं ? : डोटासरा ने कहा कि अपराध रोकने वाली संस्था चाहे सेबी हो, ईडी हो, इनकम टैक्स या सीबीआई. ये सभी अडाणी के भ्रष्टाचार पर कोई एक्शन नहीं ले रही हैं. उल्टे विपक्ष के लोगों या ऐसे बड़े कॉर्पोरेट घराने जो उनके कब्जे में नहीं आ रहे हैं, उन पर छापेमारी कर रही हैं. इसके बाद वो धंधा अडाणी या उनके सहयोगियों को दिलाना, राजनेताओं को दबाकर सरकार गिराना व बनाना. यह खुला खेल देश में चल रहा है. उन्होंने पूछा कि ईडी, इनकम टैक्स और सीबीआई जैसी संस्थाएं क्या केवल विपक्ष के लिए ही हैं या उनका काम लाभ में चल रहे प्रोजेक्ट अडाणी को दिलवाने का ही रह गया है.
घोटालों को दबाया जा रहा, एजेंसियों का दुरूपयोग : नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि सौर ऊर्जा प्रोजेक्ट के लिए जो रिश्वत हमारे देश में दी गई. उस पर अमेरिका में तो मुकदमा दर्ज हो गया, लेकिन हमारे देश में अब तक कोई एक्शन नहीं हुआ है. यह अकेला मामल नहीं है. आज देश में लगातार घोटाले हो रहे हैं और उन्हें दबाया जा रहा है. सेबी, ईडी, इनकम टैक्स और सीबीआई जैसी जांच एजेंसियों को भी कैप्चर कर लिया गया है. केंद्र सरकार इनका राजनीतिक दुरूपयोग कर रही है. राहुल गांधी ने इस मामले की जेपीसी से जांच की मांग की है. सरकार को जेपीसी से जांच करवानी चाहिए.